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पाकिस्तानी और इजिप्ट के लेखकों की किताबों पर AMU में बेन

AMU ने पाकिस्तानी लेखक की किताबों को पढ़ाने पर लगायी रोक

Diwakar Dixit
  • Aug 1 2022 5:59PM

शिक्षा विदों के पत्र के बाद एएमयू प्रशासन ने अपने पाठ्यक्रम से हटाई गईं पाकिस्तानी व इजिप्ट के लेखक की किताबें।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज डिपार्टमेंट मैं पढ़ाई जाने वाली पाकिस्तानी व इजिप्ट के लेखकों की किताबों को अपने पाठ्यक्रम में से हटा दिया है,,ये दोनों किताबें एएमयू के एमए और बीए के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई जाती थी,,,एएमयू प्रशासन ने यह निर्णय सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर सहित 20 से ज़्यादा शिक्षाविदों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने के बाद लिया है,,,किताबों पर बैन लगने से पहले यह प्रकरण देशभर के शिक्षा बिंदुओ के बीच चर्चा में रहा है,,,वहीं यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज़ में पढ़ा रहे प्रोफ़ेसर ओबैदुल्लाह ने कहा कि मौलाना मौदूदी की लिखीं किताबों पर विवाद चल रहा है,,,

 

उनका असर पूरी दुनिया पर और खासतौर से अमेरिकी और संयुक्त अरब अमीरात पर है,,,वेस्टर्न कॉलोनाइज़ेशन के ख़िलाफ़ उन्होंने सबसे ज़्यादा आवाज़ उठाई है,,इसलिए उनके विरुद्ध ये सब किया जा रहा है,,,में पिछले 50 साल से उन्हें पढ़ रहा हूँ,,उन्हें पढा रहा हूँ,,उन पर मैंने पीएचडी कराई है,,मैंने उनकी इतनी किताबें पढ़ी हैं,,लेकिन अभी तक मैंने एक लाइन उसमें ऐसी नहीं पढ़ी जिसमें किसी भी प्रकार का कोई विवाद है किसी विवादित संगठन के समर्थन जैसा कुछ भी लिखा हो,,,किताबें नहीं पढ़ाई जाती हमारे यहाँ,,हम थिंकर्स को पढ़ाते हैं.

-शाफ़े क़िदवई,,,इंचार्ज पीआरओ ऑफिस एएमयू ने कहा चैयरमेन इस्लामिक स्टडीज़ से वार्ता हुई थी

 

उन्होंने बताया कि मौलाना मौदूदी की जो विवादित किताब थी उनको अब सिलेबस से हटा दिया है,,अब वह नहीं पढ़ाई जाती है,,,जो भी विवाद है,,मौलाना मौदूदी का अपना कॉन्सेप्ट है,,अपनी विचारधारा है,,जब हमारे सामने ये सब बातें आई तो हमने उन की किताबों को नहीं पढ़ाये जाने का निर्णय लिया है,,,हालाँकि लाइब्रेरी में किताब के हटाये जाने का कोई निर्णय नहीं है,,,वो अलग जगह है।

 


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