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हमें तय करने की ज़रूरत कि बच्चों को पढ़ाना है या उन्हें पढ़ना सिखाना है: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया

हमें तय करने की ज़रूरत कि बच्चों को पढ़ाना है या उन्हें पढ़ना सिखाना है: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया*कोरोना के कारण विद्यार्थियों की लर्निंग में आया बड़ा गैप, इसे खत्म करने के लिए ऑनलाइन-सेमी ऑनलाइन टीचिंग में नए तरीकों को अपनाने की ज़रूरत: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया*उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को गुरुगोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में नए प्लेसमेंट सेंटर, ओपन थिएटर और ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य का किया शिलान्यास, 9 महीने में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य

Sumit bhojgi
  • Jul 2 2021 12:21AM
उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना काल में विद्यार्थियों की लर्निंग में जो गैप आया है उसे खत्म करने के लिए टीचिंग में नए तरीकों को अपनाने की ज़रूरत है। हमें ये तय करने की जरूरत है कि हमें विद्यार्थियों को पुराने तरीके से पढ़ाते रहना है या उन्हें पढ़ना सिखाना है। उपमुख्यमंत्री ने ये बातें गुरुवार को गुरुगोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में नए प्लेसमेंट सेंटर, ओपन थिएटर और ऑडिटोरियम का शिलान्यास करने के बाद कही। कोरोना के कारण टीचिंग-लर्निंग के बदलावों पर चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान पिचले 2 सालों में सबसे ज़्यादा नुकसान एजुकेशन सेक्टर को हुआ है। इस दौरान बच्चों की लर्निंग में जो गैप आया है उसे दूर करना काफ़ी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि ये हम सभी की जिम्मेदारी है कि इस मुश्किल के समय में बेहतर काम करते हुए टीचिंग-लर्निंग में हुए नुकसान को कम से कम किया जा सके। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में टीचिंग के 2 तरीकों को अपनाया जाता है। पहला तरीका विद्यार्थियों को 4-5 किताबों से कंटेंट पढ़ना है। और दूसरा तरीका है कि कंटेंट के कुछ हिस्से से सैंपल लेकर बच्चों को पढ़ना सिखाना। हमारे देश में ज़्यादातर विश्वविद्यालयों में टीचिंग के पहले तरीके को अपनाया जाता है। दूसरा तरीका ज़्यादातर विकसित देशों में अपनाया जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमें चुनौती दी है कि क्या हम टीचिंग का दूसरा तरीका अपना सकते है? क्योंकि महत्वपूर्ण ये है कि विद्यार्थी सीखे कि पढ़ा कैसे जाता है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अब ये तय करने की ज़रूरत है कि अपने ऑनलाइन या सेमी-ऑनलाइन मॉड्यूल में क्या करे। पहले से चलते आ रहे पुराने तरीकों को अपनाकर विद्यार्थियों को पढ़ाए या उन्हें पढ़ना सिखाए। अगर हम पढ़ाने की जिद्द करते रहेंगे तो ये विद्यार्थियों के साथ अन्याय होगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने टीचिंग के तरीकों में बहुत बड़े बदलाव को अपनाने की ज़रूरत है ताकि हम अभी और अपने आने वाली पीढ़ियों के साथ न्याय कर सकें। उन्होंने शिक्षकों से अपील की, कि वे टीचिंग के नए-नए प्रभावशाली तरीकों को अपनाएं और बाकी साथियों के साथ शेयर करे ताकि हम कोरोना के कारण हुए विद्यार्थियों के लर्निंग गैप को कम सके। उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने आज गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेंटर, ओपन थिएटर और ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये विश्वविद्यालय दिल्ली के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक है इसलिए ये बेहद जरूरी है कि यहाँ अव्वल दर्जे की सुविधाएं मौजूद हो।

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