सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

सुकमा के सीआरपीएफ कैंप की वारदात से पूरा देश स्तब्ध, शहीदों को दी जा रही श्रद्धांजलि.

शहीद धनजी सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सातों अवंती पहुंचा, क्षेत्र में शोक की लहर. श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ा जनसैलाब.

पंकज कुमार राय
  • Nov 10 2021 10:22AM
सुकमा के सीआरपीएफ कैंप की वारदात से पूरा देश स्तब्ध, शहीदों को दी जा रही श्रद्धांजलि शहीद धनजी सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सातों अवंती पहुंचा, क्षेत्र में शोक की लहर. श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ा जनसैलाब. छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के एक जवान द्वारा 7 साथी जवानों को गोली मारे जाने की घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. इसलिए इस विषय पर बहुत खुलकर नहीं लिखा जा सकता है. फिर भी आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात सीआरपीएफ के लिए यह काफी चिंता का विषय है. इस गोलीबारी में 4 जवान शहीद हो गए हैं. जबकि 3 जवान घायल हैं. जिसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है. मोहनिया अनुमंडल के नुँआव प्रखंड के सातों अवती गांव के धनजी सिंह भी इस वारदात में शहीद हो गए. उनका पार्थिव शरीर कल रात उनके पैतृक गांव पहुंचा, उनके परिजनों के शोक का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है. संकट की इस घड़ी में परिजनों को सांत्वना देने बक्सर सांसद श्री अश्विनी कुमार चौबे जी, रामगढ़ के पूर्व विधायक श्री अशोक कुमार सिंह जी, भाजपा नेता अभय सिंह जी, चंडेश पंचायत के मुखिया श्री जय प्रकाश राय जी, समाजसेवी विनायक जायसवाल सहित हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी पहुंचे थे. इस हृदय विदारक घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. आखिर किन परिस्थितियों में जवान इतना तनावग्रस्त हो गया कि अपने साथी जवानों की हत्या पर उतारू हो गया ? यह तो विभागीय जांच का विषय है. लेकिन आशंका है कि नक्सली व आतंकी क्षेत्रों में तनाव के कारण जवानों का अवसाद ग्रस्त होना स्वभाविक हो जाता है. ऐसी परिस्थितियों में जवान बहुत जल्द आपा खो देते हैं. सैन्य बलों और अर्ध सैन्य बलों के जवानों के द्वारा इस तरह की घटनाएं देखने को समय समय पर मिलती रहती हैं. इन समस्याओं के समाधान के लिए सेना-अर्धसैनिक बलों को विशेष रुप से निर्णय लेने की आवश्यकता है. आजकल लाइफ़स्टाइल बदल रही है, आज जो युवा सेना और सीआरपीएफ में जा रहा है, वह मानसिक रूप से इतना मजबूत नहीं है, जैसा 20 साल पहले का युवा हुआ करता था. योग-मेडिटेशन-काउंसलिंग-मोरल एजुकेशन पर सेना और सीआरपीएफ को फोकस करना चाहिए. ताकि हमारे जवान विपरीत परिस्थितियों में भी आत्म संयम बनाए रखें. तनाव प्रबंधन के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है. सुकमा में हुए जवानों के नरसंहार ने देश को भारी क्षति पहुंचाई है, यह एक अपूरणीय क्षति है. सुदर्शन मीडिया परिवार सुकमा में शहीद जवानों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि देता है. साथ ही साथ घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है.

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार