हमारा तिरंगा झंड़ा हमारे देश की शान है. काेई झंडे का अपमान करे उसे फेंक कर ताे यह बहुत बड़ा अपमान है. अक्सर आपने यह देखा हाेगा की किसी खास माैके या गणतंत्र दिवस या 15 अगस्त के दिन कहीं न कहीं रास्ते में झंड़े गिरे हुए हाेते हैं ये झंडे वे लाेग गिराते हैं जिन्हें देश के प्रति शायद काेई प्रेम नही. ऐसे लाेगाें के लिए अब सरकार ने सख्त कदम उठाएं हैं.
बता दें कि गणतंत्र दिवस समारोह से पहले शुक्रवार को जारी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने भारतीय ध्वज संहिता के प्रावधानों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तिरंगे का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए एक सलाह भेजी है।
सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों के अवसरों पर इवेंट के बाद जनता द्वारा लहराए गए कागज से बने राष्ट्रीय ध्वज को न तो तोड़ा जाए और न ही जमीन पर फेंका जाए। एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और इसलिए इसे सम्मान की स्थिति में होना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज के लिए सार्वभौमिक स्नेह, सम्मान और निष्ठा है।
मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन पर लागू होने वाले कानूनों, प्रथाओं और सम्मेलनों के संबंध में लोगों के साथ-साथ सरकार के संगठनों/एजेंसियों के बीच जागरूकता की एक स्पष्ट कमी अक्सर देखी जाती है। भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों के अवसरों पर जनता द्वारा कागज से बने राष्ट्रीय ध्वज को लहराया जा सकता है।
केंद्र ने कहा है कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों के अवसरों पर जनता द्वारा केवल कागज के बने झंडों का उपयोग किया जाता है। इस तरह के कागज के झंडों को आयोजन के बाद न तो फेंका जाता है और न ही जमीन पर फेंका जाता है।