इनपुट- शैलेन्द्र पाण्डेय
यूपी एटीएस ने अवैध रूप से भारतीय दस्तावेज बनवाकर संतकबीर नगर के खलीलाबाद में रह रहे बर्मा के एक नागरिक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए युवक का नाम अजीजुल हक है। वह पहचान बदलकर न सिर्फ यहां रह रहा था बल्कि फर्जी तरीके से ओरिजनल दस्तावेज भी बनवा लिए थे।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए अजीजुल हक के बारे में यूपी एटीएस को अहम जानकारी मिली थी, जिसके बाद एटीएस ने योजना बनाकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
गिरफ्तार किया गया अजीजुल मूल रूप से बर्मा का रहने वाला है। वह 2001 में बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था। प्रशांत कुमार ने अजीजुल हक के कथित पिता बदरे आलम के हवाले से बताया कि मुंबई में अजीजुल हक की मुलाकात खलीलाबाद के रहने वाले बदरे आलम के बेटे इनायत उल्लाह से हुई।
अजीजुल हक ने खुद को अनाथ बताया था, जिसपर इन लोगों को दया आ गई और अपने साथ खलीलाबाद लेते आए। बदरे आलम ने इसका नाम राशन कार्ड पर दर्ज करवा लिया। जिसकी मदद से अजीजुल हक के अन्य दस्तावेज पासपोर्ट और आधार कार्ड बनवा लिए। पूछताछ में पता चला है कि भारत में बनवाए गए पासपोर्ट से दुबई की यात्रा भी कर चुका है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि अजीजुल हक के पांच बैंक खातों के बारे में जानकारी हुई है। इन खातों में अलग-अलग जगहों से निजी खातों और फर्म के खातों से पैसे आए हैं। कुछ पैसे विदेशों से भी आए हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पैसों की छानबीन के दौरान अलीगढ़ के भी एक व्यक्ति के खाते के बारे में पता चला जहां एटीएस की टीम ने पहुंच कर जानकारी जुटाई है।