आज के दिन दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आज गणतंत्र दिवस की परेड बेहद खास होती है. इस बार परेड में 27 झांकियां देश की खूबसूरती और सशक्त भारत की झलक पेश किया गया. 17 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की झांकियों के अलावा मंत्रालय से 6 झांकियां और रक्षा मंत्रालय से 4 झांकियां उतरीं. वहीं पहली बार भारत में बनी 105 एमएम इंडियन फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी दी गई.
दिल्ली में 74वें गणतंत्र दिवस का समारोह काफी कुछ बदला-बदला सा नजर आया. गणतंत्र दिवस समारोह के लिए ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन प्लान जारी किया है. इस बार गणतंत्र दिवस पर मेट्रो स्टेशनों की पार्किंग बंद नहीं है और सारे स्टेशंस भी खुले हैं. वहीं सड़कों पर पाबंदियों के चलते लोगों को जरूर कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने किया. वहीं चीफ ऑफ स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, तीनों सेनाओं के प्रमुख भी वहां उपस्थित थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की ओर से अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित ने किया. वहीं भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी के साथ कर्तव्य पथ पर पहुंचे. पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया.
वहीं आज के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ कर्तव्य पथ पहुंचे थे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ कर्तव्य पथ पर पहुंच गई हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया. इसके बाद तीनों नेता मंच की तरफ बढ़े, जहां पर राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का शुभारंभ किया गया.
वहीं कर्तव्य पथ पर वायु सेना के मार्चिंग दस्ते ने राष्ट्रपति को सलामी दी. इस दस्ते में वायु सेना का बैंड और कॉम्बैट मार्चिंग दस्ता शामिल था. इस दस्ते का नेतृत्व स्क्वाड्रल लीडर सिंधु रेड्डी ने किया.
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ के ऊंट दल ने राष्ट्रपति को सलामी दी. वहीं इस ऊंट दल में महिला शक्ति को भी दर्शाया है.
गणतंत्र दिवस पर कई राज्यों की झाकियां निकाली गई थी. कर्तव्य पथ से निकली झांकी में राज्यों की सांस्कृतिक विरासत के बारे में देश और दुनिया को बताया गया है.
गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में मनाए जाने वाले तीन दिवसीय दीपोत्सव को दिखाया गया. कर्नाटक की झांकी प्रतीकात्मक रूप से राज्य की 3 महिलाओं की उपलब्धि हासिल करने वाली असाधारण उपलब्धियों का खुलासा करती है. सुलागिट्टी नरसम्मा - एक दाई, तुलसी गौड़ा हलक्की - जिन्हें 'वृक्ष माटे' के नाम से जाना जाता है और सालूमरदा थिमक्का समाज में उनके निस्वार्थ योगदान के कारण प्रसिद्ध हैं.
74वें गणतंत्र दिवस परेड के ग्रैंड फिनाले में भारतीय वायुसेना के 45 विमान, भारतीय नौसेना का एक और भारतीय सेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल हैं.