जबलपुर। क्राइम ब्रांच को विश्वनीय मुखबिर से सूचना मिली कि भूकंप कालोनी महाबीर नगर मे विजय कुमार गुप्ता वनस्पति घी तथा सोयाबीन तेल मे देशी घी का एसेन्स मिलाकर कृत्रिम घी बना कर विक्रय करते हुये आमजनों के साथ धोखाधडी कर बेईमानी छल पूर्वक अवैध लाभ अर्जित कर रहा है।
सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, सूचना पर पहुंची श्रीमति सारिका दीक्षित खाद्य सुरक्षा अधिकारी जबलपुर तथा क्राईम ब्रांच एवं थाना संजीवनी नगर पुलिस की संयुक्त टीम के द्वारा भूकम्प कालोनी स्थित विजय कुमार गुप्ता के घर पर दबिश दी गयी घर पर मौजूद विजय कुमार गुप्ता पिता स्व. मिश्रीलाल गुप्ता उम्र 36 वर्ष को सूचना से अवगत कराते हुये घर की तलाशी ली गयी तो एक कमरे में एक एल्यूमीनियम के बड़े गंज में लगभग 20 किलो तथा 20 पन्नियों में घी पैक किया हुआ कीमती लगभग 11 हजार 200 रूपये का तथा 2 चादर की टीन वाले पीपे एवं एक नंदी ब्रांड घी फ्लेवरिंग एजिन्ट की बाॅटल 500 एमएल वाली खुली हुई जिसमे आधी बाॅटल फ्लेवरिंग एजिन्ट है मिली तथा 1 तराजू, 4 बांट 1 किलो , आधा किलो, 200 ग्राम एवं 50 ग्राम वाले तथा 1 गैस भट्टी मिला, विजय गुप्ता ने पूछताछ पर गंजे मे सोयाबीन तेल , डालडा वनस्पति घी एवं देशी घी का एसेंस मिलाकर गैस भट्टी में गर्म कर मिक्सर से मिक्स कर कृत्रिम देशी घी बनाना स्वीकार करते हुये पाॅलीथीन के पैकिट में पैक कर फुटकर बेचना स्वीकार किया, विजय गुप्ता के घर से तैयार किया हुआ कृत्रिम घी, एसैंस, गैस भट्टी, आदि जप्त कर विजय गुप्ता को अभिरक्षा मे लेते हुये थाना संजीवनीनगर लाया गया।
प्रथम दृष्टया विजय गुप्ता के द्वारा अपने निवास पर सोयाबीन तेल, वनस्पति घी एवं एसेंस का प्रयोग कर देशी घी के नाम पर कृत्रिम घी तैयार करते हुये विक्रय कर आमजनों के साथ धोखाधडी कर बेईमानी एवं छल पूर्वक अवैध लाभ अर्जित करना पाये जाने पर विजय गुप्ता के विरूद्ध थाना संजीवनी नगर में अप.क्र. 424/2020 धारा 420,272 भादवि एवं, खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा .51,52,26 (2)(प्प्) का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है।
और भी है कृत्रिम घी की कई फैक्ट्रियां ,बड़े पैमाने में होता है व्यापार,
सूत्रों की मानें तो शहर में लंबे समय से सोयाबीन तेल ,वनस्पति घी और घी के एसेंस को मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता है जिसे बेईमानी औरत छल पूर्वक लाभ कमाने हेतु शुद्ध घी के दाम पर बाजार में बेच दिया जाता है ,कृत्रिम घी का सबसे अधिक विक्रय ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है जहां गांव के लोग शुद्ध घी व कृत्रिम घी में अंतर नहीं समझ पाते हैं। सुदर्शन न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर शहर के करमेता व आईटीआई क्षेत्रों में ऐसी कई फैक्ट्रियां का संचालन किया जा रहा है ।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है कृत्रिम घी,
सुदर्शन न्यूज़ को डॉक्टर महेंद्र बुंदेला ने बताया कि कृत्रिम घी के सेवन से स्वास्थ्य में काफी हानिकारक परिणाम हो सकते हैं ,इसमें मिलाए जाने वाला वनस्पति घी में बेड कोलेस्ट्रॉल होता है जिससे पेट व हृदय संबंधित बीमारियां बढ़ सकती हैं, निरंतर कृत्रिम घी के सेवन से भविष्य में हृदयाघात होने का प्रतिशत बढ़ जाता है।
कार्यवाही में इनकी रही उल्लेखनीय भूमिका-
कृत्रिम घी तैयार करने वाले आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने में थाना प्रभारी संजीवनी नगर श्रीमति भूमेश्वरी चैहान, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमति सारिका दीक्षित , क्राईम बांच के प्रधान आरक्षक प्रमोद पाण्डे, अजय पाण्डे, आरक्षक रामगोपाल, राममिलन, अजय लोधी एवं थाना संजीवनी नगर के सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र जोशी आरक्षक अजय, राहुल की सराहनीय भूमिका रही।