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फरबरी तक आधी आबादी को हो सकता है कोरोना संक्रमण

जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से गठित पैनल के सदस्य और आईआईटी कानुपर के प्रोफ्रेसर मणिंद अग्रवाल ने कहा कि हमारे गणितीय मॉडल का आकलन है कि फिलहाल देश में करीब 30 प्रतिशत आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी है और फरवरी तक यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंच जाएगा।

Alok Jha
  • Oct 20 2020 12:02PM
इस समय पूरी दुनिया कोरोना के प्रकोप में जी रही हैं। 
 भारत में कोरोना संक्रमण को लेकर कहा जा रहा है कि अगले साल तक कम से कम आधी आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकती है। मतलब भारत के 130 करोड़ लोगों में से लगभग 65 करोड़ लोग कोरोना सक्रमित हो सकते हैं। ऐसा दावा भारत सरकार की ओर से गठित विशेषज्ञों के एक पैनल ने किया है , जिसके एक सदस्य ने सोमवार को यह जानकारी दी। हालांकि, पैनल ने यह भी अनुमान लगाया है कि इतनी बड़ी आबादी के संक्रमण के चपेट में आने के बाद इस बीमारी की रफ्तार धीमी होने में मदद मिलेगी
सरकारी डेटा के अनुसार सितंबर महीने के दूसरे हफ्ते तक एक पीक देख चुके देश में नए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। फिलहाल देश में औसतन रोजाना 61 हजार नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं, जबकि जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। 
आपको बता दें कि दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमितों के मामले में भारत अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। भारत में अभी तक लगभग 75 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि, सितंबर के बाद से देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी देखने को मिल रही है। भारत में फिलहाल पिछले एक महीने में रोजाना औसतन 61390 नए केस सामने आ रहे हैं। 
जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से गठित पैनल के सदस्य और आईआईटी कानुपर के प्रोफ्रेसर मणिंद अग्रवाल ने कहा कि  हमारे गणितीय मॉडल का आकलन है कि फिलहाल देश में करीब 30 प्रतिशत आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी है और फरवरी तक यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंच जाएगा।
वहीं, जीरो सर्वे और सीरोलॉजिकल सर्वे को लेकर समिति के सदस्य ने कहा कि सर्वे के आंकड़ों से वो ज्यादा सहमत नहीं रखते हैं क्योंकि सर्वे शायद सही मानकों के अनुकूल नहीं हुआ हो। बता दें कि इन सर्वे के आधार पर केंद्र सरकार ने दावा किया है कि सितंबर तक देश की करीब 14 फीसदी आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी थी।
समिति के सदस्य ने कहा कि हमने एक नया मॉडल विकसित किया है जो स्पष्ट रूप से अप्रमाणित मामलों को ध्यान में रखता है। इसलिए हम संक्रमित लोगों को दो श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं। जिसमें रिपोर्ट किए गए मामले और वो जो रिपोर्ट नहीं करते हैं।
समिति ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के लिए जारी सावधानी पर अमल नहीं किया गया तो केस में भारी वृद्धि लगभग 26 लाख केस हर महीने आ सकते हैं। इसके साथ-साथ पैनल ने त्योहारी सीजन को लेकर कहा है कि इससे केस में बढ़ोतरी हो सकती है।

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