सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा में एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर एपेक्स और सियान के मामले में सुनवाई के दौरान नोएडा अथारिटी पर तीखी टिप्पणियां की। कोर्ट ने कहा कि नोएडा एक भ्रष्ट निकाय है इसकी आंख, नाक, कान और यहां तक कि चेहरे तक से भ्रष्टाचार टपकता है।
नोयडा प्राधिकरण ही नहीं ग्रेटर नॉएडा व यमुना एक्सप्रेस बे प्राधिकरण के भी यही हाल हैं। अगस्त 2019 में मौलिक भारत ने तीनो प्राधिकरणों के काले कारनामों व घोटालों के 300 पेज के कच्चे चिट्ठे राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री जी ,सुप्रीम कोर्ट व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को भी भेजे थे।
इस संबंध में मार्च 2020 में राष्ट्रपति जी ने यूपी सरकार को जाँच व कार्यवाही कर मौलिक भारत को सूचित करने के आदेश दिए थे। किंतु आज तक न कोई जाँच हुई, न कार्यवाही और न ही कोई सूचना दी गयी। मौलिक भारत इस पत्र पर तत्काल कार्यवाही की माँग किया है