बांग्लादेश में हिन्दुओं की स्तिथि निकृष्ट होती जा रही है। साम्प्रदायिक हिंसा के मामले सामने आ रहे है। हिन्दुओं को लगातार निशाने पर लेकर उनपर अत्याचार किया जा रहा है। अब रंगपुर उपजिला पीरगंज में हिंदुओं के घरों में आग लगाने का मामला सामने आया है। यह घटना रविवार की है, जिसमें 20 घर बुरी तरह जल गए हैं। बांग्लादेश के मीडिया हाउस ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में घटी है।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके बाद यह तनाव पैदा हो गया है। एक हिंदू शख्स पर एक धार्मिक आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इस युवक को तो सुरक्षा मुहैया कराई और उसके घर को भी सुरक्षित कर लिया, लेकिन उपद्रवियों ने उस लोकेशन में आसपास के 15-20 घरों में आग लगा दी।
इस मामले में चेयरमैन मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया, 'वे हमलावर जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर की स्थानीय इकाइयों के थे।' दमकल सेवा को घटना की सूचना रात करीब 9:50 बजे मिली। इसके बाद पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं। वे सोमवार सुबह तीन बजे तक घटनास्थल पर थे।
आपको ता दें गौरतलब है कि बीते बुधवार को बांग्लादेश में चांदीपुर के हाजीगंज उपजिला में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 60 लोग घायल हो गए। इस दौरान चटगांव के बांसखाली, कॉक्स बाजार के पेकुआ और शिवगंज के चापाईनवाबगंज समेत कुल 80 से अधिक स्थानों पर हमले किए गए, जिससे बांग्लादेश में अशांति फैल गई और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों, पुलिस और RAB की बड़ी टुकड़ियों को तैनात करना पड़ा है। हिंसक झड़पों के बाद चांदपुर, कॉक्स बाजार, बंदरबन, सिलहट, चटगांव और गाजीपुर में स्थिति गंभीर बनी हुई है।