गोरखपुर में 12 साल के बच्चे के अपहरण के बाद हुई हत्या मामले में योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए है। सीएम ने आरोपियों पर NSA के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिए है साथ ही पूरे प्रकरण में पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच करने के आदेश दिए है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए है। योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी। सीएम ने कहा है कि इस जघन्य कांड में अपराधियों के विरुद्ध एनएसए के तहत कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
बलराम का हुआ था अपहरण -
गोरखपुर जिले के मिश्रौलिया टोला गांव के निवासी महाजन गुप्ता के बेटे बलराम (12) को रविवार दोपहर अगवा कर लिया गया था। इसके बाद दोपहर तीन से साढ़े तीन बजे के बीच महाजन गुप्ता के पास तीन बार फोन आया। पहले एक करोड़ की फिरौती मांगी गई फिर 50 लाख की और तीसरी बार 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। सोमवार की शाम सात बजे तक रुपये का इंतजाम करने को कहा। पुलिस के मुताबिक दयानंद, अजय गुप्ता और निखिल ने मिलकर छात्र का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी। रिंकू और नितेश भी साजिश में शामिल थे जिनको बलराम ने पहचान लिया था, इसीलिए अपहर्ताओं ने उसकी हत्या कर दी।
बच्चे का अंतिम संस्कार , दोषी पुलिसकर्मी निलंबित -
भारी पुलिस सुरक्षा के बीच आज बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया गोरखपुर के बरगदही घाट पर बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। इसके साथ ही इस पूरे मामले में ढिलाई बरतने वाले उप निरीक्षक दिग्विजय सिंह और सिपाही प्रदीप सिंह सुरेंद्र तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।