दिल्ली से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जहाँ एक हिन्दू युवक को प्यार करने की सजा मिली। सजा भी इस कदर की जिहादियों ने उसे चाकुओं से गोदकर मार डाला। लड़के का सिर्फ इतना ही गुनाह था कि उसने एक मुसलमान लड़की से प्यार किया था। वो मुसलमान जो खुद अगर जिहाद करे तो सेक्युलर गैंग उसके पक्ष में खड़ी हो जाती है। उसके समर्थन में आवाज बुलंद करती है, लेकिन आज इस मामले में वो सारे प्रेम और मोहब्बत के ठेकेदार चुप है जो यह कहा करते है कि मोहब्बत का न कोई जात होता है और न ही कोई धर्म।
लव जिहाद के लिए तो वो तानकर खड़े होते है लेकिन आज फिर जब दिल्ली में अंकित सक्सेना पार्ट 2 दोहराया गया तो उन सब ने चुप्पी साध ली है जो उस समय अंकित सक्सेना के लिए भी चुप्पी साध लिया था। जब प्यार का कोई मजहब नहीं होता तो आखिर दिल्ली में सरेआम बादल की हत्या कैसे कर दी गई।
घटना राजौरी गार्डन की है बताया जा रहा है कि एक मुस्लिम लड़की के परिजनों ने उसे मार डाला, जिससे वो प्यार करता था। इस मामले में राजौरी गार्डन थाने में 3 आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई है। ये घटना मंगलवार की रात को हुई। अगले दिन पुलिस ने आरोपितों को धर-दबोचा। मृतक का नाम बादल है, जो राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखता है। मृतक का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला था। मुख्य आरोपित का नाम लाडला है, जो मुस्लिम लड़की का भाई बताया जा रहा है।
मृतक बादल पहले लाडला के मामा शाह आलम के साथ साझीदारी में मुर्गा बेचने का काम करता था। कुछ समय बाद लाडला की बहन लाडली के साथ उसके प्रेम प्रसंग चल निकला। मंगलवार के दिन मृतक फोन कॉल के माध्यम से लड़की से बात कर रहा था। अचानक लाडला ने आकर उसे चाकू घोंप दिया। मृतक की माँ का कहना है कि उसके बेटे की हत्या मुसलमानों द्वारा ही की गई है इसके बाद अब प्रशासन ने मृत शरीर को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और 3 आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई है।