(इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ)
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार एक के बाद एक बड़े फैसले लेती जा रही है। अब प्रदेश सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर निकालने में कई बदलाव किए जाने का निर्णय लिया है।
यूपी सरकार की ओर से निकाले गए ग्लोबल टेंडर में अब मॉडर्ना, फाइजर, केडला और दूसरी वैक्सीन कंपनियों को भी टेंडर में शामिल होने की इजाजत मिलेगी। सभी कंपनियों की मांग थी कि उन्हें भी इस ग्लोबल टेंडर में बने रहने की इजाजत दी जाए। इसलिए सरकार अब ग्लोबल टेंडर के नियम में बदलाव कर रही है। सरकार की कोशिश है कि जो भी मूल्य L-1 पर तय होगा उस दर पर इन सभी कंपनियों को भी वैक्सीन देने की इजाजत होगी। अभी निकाले गए टेंडर के मुताबिक, ज्यादातर बड़ी कंपनियां इसलिए बाहर हैं, क्योंकि उन्हें अभी तक इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत नहीं मिली है।
यूपी सरकार की ओर से 7 मई को टेंडर जारी करने के निर्देश दिए गए थे जिसके अनुसार किसी भी कंपनी को 2 से 8 डिग्री के बीच वैक्सीन स्टोर करने का नियम बनाया गया था और इसी नियम की वजह से मार्डना और फाइजर पहले ही रेस से बाहर हो गए थे। बता दें फाइजर को माइनस 70 डिग्री और मार्डना को माइनस 20 डिग्री तापमान चाहिए होता है।
कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने इस महाअभियान को और भी आक्रामक तरीके से तेज कर दिया है। गौरतलब है की उत्तर प्रदेश 18-44 आयु वर्ग के लोगों के निशुल्क टीकाकरण की घोषणा करने और क्रियान्वित करने वाला प्रथम राज्य है।