जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अब केंद्र सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं। भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद और उसके समर्थकों को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। सेना को पूरी छूट दे दी गई है, और अब निर्णायक कदम उठाने का समय आ गया है।
बुधवार (30 अप्रैल 2025) का दिन राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चार अहम बैठकों की अध्यक्षता करेंगे:
कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) – सुबह 11 बजे
राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA)
आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA)
पूर्ण कैबिनेट बैठक
इन बैठकों में पाकिस्तान को लेकर कुछ बड़े निर्णय लिए जाने की संभावना है।
पिछले दो दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री, सेना प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ लगातार बैठकों का दौर चलाया है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने तीनों सेनाओं को दुश्मन के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की पूरी छूट दे दी है।
रक्षा मंत्रलय भी सक्रिय
सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर सेना की तैयारियों की जानकारी दी थी। इसके बाद से ही सैन्य कार्रवाई को लेकर तेज़ी से मंथन शुरू हो चुका था। अब माना जा रहा है कि बुधवार को इन योजनाओं पर अंतिम मुहर लग सकती है।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने 23 अप्रैल 2025 को कूटनीतिक स्तर पर प्रतिक्रिया दी थी। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार सैन्य या रणनीतिक जवाब की ओर भी कदम बढ़ा सकती है। प्रधानमंत्री ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने का समय आ गया है।
एनआईए की 45 सदस्यीय टीम हमले की तह तक पहुंचने के लिए जुटी हुई है। घटना स्थल की बारिकी से जाँच, संदिग्धों से पूछताछ, और डिजिटल सबूतों की खोज की जा रही है। जांच में सामने आया है कि आतंकियों ने हमले के लिए मोबाइल ऐप्स और स्थानीय नेटवर्क का सहारा लिया था।
खुफिया एजेंसियों के ताज़ा इनपुट के बाद जम्मू-कश्मीर के 48 प्रमुख पर्यटन स्थलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। इससे साफ है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहतीं।