केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश कर दिया है. दरअसल, इस बजट में महिलाओं,युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों का खासा ख्याल रखने की कोशिश की गई है. इस बार सबसे खास बात यह रही कि टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव किया गया है.
यह बजट नहीं चुनाव भाषण है- मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजट 2-4 राज्यों के चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है. खड़गे ने कहा कि यह बजट नहीं चुनाव भाषण है. उनकी जो भी बातें उन्होंने बाहर कही है वैसे जुमले इस बजट में डालकर इसका पुनरुच्चार किया है. उन्होंने आगे कहा कि बजट में महंगाई और मुद्रा स्फ़ीति में इज़ाफा है जिसपर ध्यान देना चाहिए था. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी ने पहले कहा था कि प्रति वर्ष वे 2 करोड़ नौकरियां देंगे. सरकारी भर्तियों को भरने के लिए भी कुछ भी नहीं हुआ. गरीब, बेरोजगार के लिए इस बजट में कुछ नहीं है.
बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई- शशि थरूर
कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी मैं इसे पूरी तरह नकारात्मक नहीं कहूंगा, लेकिन अभी भी कई सवाल उठते हैं. उन्होंने आगे कहा कि बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था. सरकार मजदूरों के लिए क्या करने जा रही है? बेरोजगारी, महंगाई की बात भी नहीं की गई.
यह बजट वही है जो पिछले 8-9 साल से आ रहा था- महबूबा मुफ्ती
पीडीपी नेता और जम्मू- कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह बजट वही है जो पिछले 8-9 साल से आ रहा था. टैक्स बढ़ाए गए, कल्याणकारी योजनाओं और सब्सिडी पर पैसा खर्च नहीं किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ सांठगांठ वाले पूंजीपतियों और बड़े कारोबारियों के लिए टैक्स वसूला जा रहा है. जनता को टैक्स से फायदा होना चाहिए लेकिन इससे उसकी कमर टूट रही है.
बजट में बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं है- केजरीवाल
इस बजट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बजट में महंगाई से कोई राहत नहीं दी गई है, बल्कि इस बजट से महंगाई बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बजट में बेरोज़गारी दूर करने की कोई ठोस योजना नहीं है. साथ ही शिक्षा बजट घटाकर 2.64 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत कर दिया गया. सीएम केजरीवाल ने कहा कि स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 प्रतिशत से 1.98 प्रतिशत कर दिया गया.
बजट लोकसभा चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है- शत्रुघन सिन्हा
टीएमसी सांसद शत्रुघन सिन्हा ने कहा कि लोकसभा में पेश किए गए केंद्रीय बजट में हम दो हमारे दो पर एक बड़ा फोकस था और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कुछ खास नहीं था. सांसद ने आगे कहा कि इस बजट को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है.
मुझे बजट के बारे में नहीं पता है- नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया कि इस बार का बजट कैसा रहा तो नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे बजट के बारे में नहीं पता है. हर वर्ष मैं बजट जरूर देखता था, लेकिन इस बार के बजट की मुझे जानकारी नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि जब सांसद रहा तो सदन के अंदर भी मौजूद रहता था, लेकिन इस वर्ष मैं बजट नहीं देख पाया.
ये बजट खास लोगों का खास तरह से बनाया गया है- मनोज झा
राजद नेता और राज्य सभा सांसद मनोज झा ने कहा कि मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो अनुच्छेद 39 को देख लें. संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा. उन्होंने आगे कहा कि रोजगार के लिए आपने गोल-गोल बातें की. ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया बजट है.
केंद्रीय बजट ने देश के लोगों को उम्मीद के बजाय निराशा दी है- अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा 2023-24 के केंद्रीय बजट ने देश के लोगों को उम्मीद के बजाय निराशा दी है. अखिलेश यह भी दावा किया कि बजट महंगाई और बेरोजगारी को और बढ़ाता है.
ये चुनावी बजट है- डिंपल यादव
समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने कहा कि ये चुनावी बजट है, किसानों के लिए कुछ नहीं है. किसानों की एमएसपी की बात नहीं की है. उन्होंने आगे कहा कि रेलवे को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया है. आधी से ज्यादा आबादी गांव में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है. ये बहुत ही निराशाजनक बजट है.
ये बजट निल बट्टा सन्नाटा है- तेजस्वी यादव
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि ये बजट निल बट्टा सन्नाटा है, बिहार के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र में बिहार के जितने सांसद हैं उन्हें शर्म से डूब जाना चाहिए. किसानों के लिए, रेलवे के लिए कुछ नहीं है. तेजस्वी ने कहा कि UPA की सरकार में बिहार को जितना दिया जाता था क्या इस सरकार ने दिया?