कर्नाटक में पहले ही हिजाब मुद्दे के बाद काफी बबाल हो चुका है। उसके बाद हुबली में कुछ कट्टरपंथियों की और से मंदिर और पुलिस स्टेशन को निशाना बनाना भी कट्टरपंथियों की बोखलाहट थी। अब एक नया मामला सामने आ रहा है पहले तो इस्लामिक कट्टरपंथी हिन्दुओं को निशाना बना ही रहे थे लेकिन अब इन मामलों में ईसाई मिशनरी सोच के लोग भी स्कूलों में हिन्दू बच्चों को निशाना बना रहे हैं।
तमिलनाडु से पहले मामला आया था जहां एक हिन्दू लड़की को उसके ही शिक्षक ने हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने को कहा और बाइबल पढ़ने की शिक्षा दे डाली। जब यह बच्ची नहीं मानी तो उसे प्रताड़ित किया गया। दंड भी लगाया गया। बाद में मामले की शिकायत करने के बाद शिक्षक को ससपेंड किया गया।
कर्नाटक में हिंदू संगठनों ने दावा किया है कि बेंगलुरु के एक स्कूल में छात्रों के अभिभावकों से ये वादा लिया जा रहा है कि वे अपने बच्चे को बाइबल के साथ स्कूल भेजें। संगठन आरोप लगा रहे हैं कि स्कूल प्रशासन गैर ईसाई छात्रों को भी बाइबल पढ़ने पर मजबूर कर रहा है।
एक हिन्दू संगठन ने मामले को लेकर दावा किया है कि स्कूल में गैर-ईसाई छात्रों को बाइबल पढ़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। समूह का कहना है कि स्कूल में गैर-ईसाई छात्र भी हैं लेकिन स्कूल उन्हें भी बाइबल पढ़ने के लिए मजबूर कर रहा है।