2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अभी करीब 6 महीने का समय है, लेकिन इससे पहले ही राज्य में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. सत्तारूढ़ बीजेपी सहित मुख्य विपक्षी सपा व् बसपा सहित सभी राजनैतिक दल यूपी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. 10 साल से राज्य की सत्ता से बाहर बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मणों को साधने की रणनीति के तहत अपना चुनावी शंखनाद कर दिया है.
खबर के मुताबिक, BSP प्रमुख Mayawati ने मंगलवार को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शिरकत कर अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की. सम्मेलन प्रदेश बसपा कार्यालय में 12 बजे से शुरू हुआ. इसमें बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे. वह जिलों में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रहे हैं. इसका पांचवां चरण शुरू हो रहा है. मायावती ने प्रबुद्ध सम्मेलन में ना केवल पार्टी के कामकाज के बारे में लोगों को बताया बल्कि आगे के कार्यक्रम भी साझा किए.
सम्मलेन में संबोधन के दौरान मायावती ने काह कि आगामी विधानसभा चुनावों में प्रबुद्ध वर्ग किसी तरह के बहकावे में नहीं आएगा और बसपा के अपना समर्थन देगा. मायावती ने दावा किया कि इस बार बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है. मायावती ने कहा, दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा. ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं.
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे. ब्राम्हण समाज के लोग भी कहने लगे हैं कि, हमने BJP के प्रलोभन भरे वादों के बहकावे में आकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर बहुत बड़ी गलती की है. BSP की सरकार ने ब्राम्हण समाज के लोगों के सुरक्षा, सम्मान, तरक्की के मामले में हर स्तर पर अनेको ऐतिहासिक कार्य किए हैं.
बकौल मायावती, यूपी में बसपा की सरकार बनने पर सभी वर्गों के साथ ही प्रबुद्ध वर्ग का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा. उनके खिलाफ जो झूठ केस दर्ज हुए हैं, वो वापस होंगे और उन्हें आर्थिक मुआवजा भी दिया जाएगा. मायावती ने इस पूरे आयोजन के लिए सतीष चंद्र मिश्र को बधाई दी. मायावती ने कहा कि मैं आह्वान करती हूं, आप सभी विधानसभा में जाकर ब्राह्मणों को युद्ध स्तर पर अपने साथ जोड़ें. प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने हैं, बनाने हैं और इसके लिए हमारे कार्यकर्ताओं को जुटना होगा.