नेहरू के चलते कितनी जमीन गंवाई भारत ने"... सांसद की इस मांग को देश ने कहा दिल की आवाज़
तापिर गाव ने दिया बयान कहा- अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा नहीं हैं, वहां मैकमोहन रेखा हैं
आपको बता दे कि अरुणाचल के तापिर गाव भाजपा सांसद ने (रविवार ) को मांग की जिसमे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक समिति गठित की जाए,और यह आकलन करे कि 1962 के बाद से पीएलए द्वारा राज्य की कितनी जमीन कब्जा की गई। तापिर गाव ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि अरूणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) नहीं है, वहां मैकमोहन रेखा है।
उन्होंने यह भी कहा कि 1914 में अंग्रेज हेनरी मैकमोहन और दलाई लामा के प्रतिनिधि ने शिमला में एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था और उस समय वहां चीन नहीं था । इसके बाद भाजपा सांसद ने बिरला के नेतृत्व में समिति गठित करने की मांग की है।जिसमे उन्होंने यह कहा कि '' आपके (बिरला) नेतृत्व में एक समिति बनाई जानी चाहिए और 1962 के बाद से चीन की PLA (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) ने कितने वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा किया है।
उन्होंने देश के कई क्षेत्रों में लव जिहाद और धर्मांतरण बढ़ने का मुद्दा भी उठाया है और लव जिहाद को रोकने के लिये सख्त कानून बनाने की मांग भी की है। उन्होंने जदयू के दुलाचंद गोस्वामी ने कटिहार में एक सैनिक स्कूल खोलने के लिये रक्षा मंत्री से मांग भी की है। वही बसपा के राम शिरोमणि ने मनरेगा मजदूरों और किसानों का मुद्दा उठाया है जिसमे उन्होंने यह कहा कि covid-19 महामारी के कारण किसानों और मजदूरों की कमर टूट गई है। उसके बाद भाजपा के दुर्गा दास ने अपने क्षेत्र में एक केंद्रीय विद्यालय खोलने की केंद्रीय शिक्षा मंत्री से भी मांग की है ।
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