सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

दंगों की जॉंच में अभी तक कुछ पता नहीं- 6 सदस्यों को सौंपी करौली,जोधपुर व भीलवाड़ा दंगों की जाँच,एक ट्रेनिंग पर गया, ढेड माह बाद भी कुछ पता नहीं

करौली सहित 3 जिलों में हुए दंगों के षड्यंत्र का आपस में संबंध होने की आशंका पर गठित की थी टीम, एडीजी बोले- 15 दिन में पूरी कर लेंगे इन्वेस्टिगेशन‎ ।

आशीष व्यास
  • Jun 23 2022 1:17PM
करौली राजस्थान के करौली-जोधपुर-भीलवाड़ा जिले में हुए दंगों के षड्यंत्र का आपस में संबंध होने की आशंका को लेकर पुलिस महानिदेशक एम.एल.लाठर ने एडीजी बीजू जॉर्ज जोसफ के नेतृत्व में गठित 6 सदस्यीय टीम डीजीपी के निर्देशों के बाबजूद एक माह में अपनी जांच डीजीपी को नहीं सौंप पाई है। इसका मुख्य कारण टीम के एक सदस्य का ट्रैनिंग में जाना है। जबकि राजस्थान सरकार के साथ ही तीनों जिलों की जनता जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पहले करौली व बाद में जोधपुर व भीलवाड़ा में भी हुआ उपद्रव‎ गौरतलब है कि राजस्थान में 2 अप्रैल को करौली जिले से शुरू हुआ उपद्रव पहले जोधपुर और फिर भीलवाड़ा में हुआ। इसने प्रदेशभर की शांति व कानून व्यवस्था को प्रभावित किया। राजस्थान के करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर में हुई घटना को लेकर माना जा रहा है कि यह एक सोची समझी साजिश का परिणाम है। लगातार तीन जिलों में अलग-अलग समय पर हुए उपद्रव को पुलिस भी संभावित रुप से एक षड्यंत्र मान रही है और इसकी पुष्टि को लेकर पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर के निर्देश पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस बिजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसेफ के नेतृत्व में महानिरीक्षक पुलिस अपराध राजेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक एसओजी गौरव यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल करौली किशोर बुटोलिया, एसीपी पश्चिम जोधपुर आयुक्तालय चक्रवर्ती सिंह और सीओ सदर भीलवाड़ा रामचंद्र की 6 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन कर जांच के निर्देश दिए थे। तीनों घटनाओं में उपद्रवियों के लिंक पता लगाना था एसआईटी का गठन करने का मुख्य कारण भी यह है कि तीनों जिलों के घटनाओं की समीक्षा की जाए। इसमें पता लगाया जा सके कि तीनों घटनाओं में क्या समानता है, उपद्रवियों की कोई आपस में लिंक, या कोई ऐसी बाते जो तीनों घटना में समान हो। यहां तक की तीनों घटनाओं में उपद्रवियों के रिश्तेदारों तक का आपस में कोई लिंक होने की संभावना पर भी टीम को कार्य करना था। इसकी जांच रिपोर्ट टीम को एक माह में डीजीपी को सौंपनी थी। टीम ने जोधपुर से इसकी जांच तो शुरु कर दी लेकिन डेढ माह निकल जाने के बाद भी टीम तीनों जिलों में जांच पूरी नहीं कर पाई। इसके कारण डेढ़ माह में भी जांच रिपोर्ट डीजीपी को नहीं मिल सकी है।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार