निसर्ग जिसका शाब्दिक अर्थ प्रकृति होता है, तेजी से अपना पैर पसार रहा है। अरब सागर में आए इस तूफान का निसर्ग नाम बांग्लादेश ने दिया है। समुद्र में आए इस तरह के चक्रवात और तूफान को नाम देने की परंपरा की शुरूआत 2000 से हुई थी लेकिन 2004 में एक फार्मुले पर सहमति बनी। एंफान, हिका और तितली जैसे नाम भी दूसरे देशों ने दिए हैं. अगले कुछ चक्रवातों और उसका नामांकरण करने वाले देशों के नाम
- निसर्ग बांग्लादेश
- गाती भारत
- निवार ईरान
- बुउर्वी मालदीव
- तौकी म्यांमार
- यास ओमान
- हेलेन बांग्लादेश
- नानुक म्यांमार
- हुदहुद ओमान
- निलोफर पाकिस्तान
- वरदा पाकिस्तान
- मेकुनु मालदीव
- तलीश् पाकिस्तान
क्या है नामकरण परंपरा
शुरू में किसी भी विशेष नाम से चक्रवात की पहचान नहीं की गई थी. फिर अटलांटिक महासागर में तूफान के साथ नाम देने की ये परंपरा शुरू हुई. यहां आए तूफान को एंटजे नाम दिया गया. तब से 39 मील प्रति घंटे की निरंतर हवा की गति तक पहुंचने वाले किसी भी उष्णकटिबंधीय तूफान को कुछ नाम दिया जाता है. जानें- इन तूफानों के नामों की सच्चाई . इसी क्रम में निसर्ग का नाम बांग्लादेश ने सुझाया था जिसका अर्थ है प्रकृति. 2020 में जारी 169 नामों की लिस्ट से इसे चुना गया. भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में 169 तूफान के नामों की लिस्ट जारी की. अब भारत में जब कभी तूफान आने का पूर्वानुमान लगाया जाएगा तब इसका नाम रखने में मदद मिलेगी. बता दें कि IMD पर मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए तूफान का नाम रखने की जिम्मेदारी है. इसके अलावा IMD दुनिया के 12 अन्य देशों को एडवायजरी जारी करता है. जिससे उन्हें तूफान और आंधी के बारे में तैयार रहने की सूचना मिल जाती है. माना जाता है कि विशेष नाम के साथ जारी चेतावनी से बड़े वर्ग तक संदेश पहुंचाने में मदद मिलती है. फिलहाल चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा गया है. निसर्ग तूफान मुंबई में अलीबाग के तट से टकराया है. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकराया है. मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. मुंबई और गुजरात के ज्यादातर इलाकों में रेड अलर्ट जारी है.