पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है। अब बात सिर्फ शब्दों की नहीं, सीधे ज़मीन पर तैयारी की हो रही है। केंद्र सरकार ने 7 मई को देशभर के 244 जिलों में ‘सुरक्षा मॉक ड्रिल’ करने का आदेश जारी किया है।
ये कोई सामान्य ड्रिल नहीं, ये है भारत की आतंकी ताकतों और पाकिस्तान पर स्पष्ट चेतावनी। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को आदेश भेजकर तैयारियों में कोई कसर न छोड़ने के निर्देश दिए हैं। इन जिलों की लिस्ट आप यहां देख सकते हैं:






क्या है सरकार की रणनीति?
7 मई को देश के रणनीतिक 244 जिलों में एक साथ ‘सिटीजन सेफ्टी एक्सरसाइज’ यानी मॉक ड्रिल करवाई जाएगी। बताया जा रहा है कि ये वही 244 जिले हैं जिन्हें 2010 में भी संवेदनशील मानते हुए चुना गया था। इन जिलों में बड़े शहर, सैन्य ठिकाने और संवेदनशील बॉर्डर इलाके भी शामिल हैं।
मॉक ड्रिल का असली मकसद क्या है?
ये ड्रिल किसी कागजी कार्रवाई का हिस्सा नहीं है, बल्कि आने वाले खतरे का करारा जवाब देने की तैयारी है। इसमें शामिल होंगे:
-एयर रेड अलर्ट सिस्टम
-इंडियन एयरफोर्स के साथ रेडियो कम्युनिकेशन
-आम नागरिकों को रक्षा प्रशिक्षण
-ब्लैकआउट प्रैक्टिस
-आतंकी हमले जैसी परिस्थितियों में तत्काल प्रतिक्रिया का अभ्यास
संदेश साफ है- भारत अब सिर्फ सहन नहीं करेगा!
भारत अब आतंकी हमलों को सिर्फ ‘निंदा’ तक सीमित नहीं रखेगा। मॉक ड्रिल के ज़रिए सरकार यह दिखा रही है कि अब हर नागरिक तैयार है और दुश्मन को हर स्तर पर मुंहतोड़ जवाब मिलेगा- चाहे वो सीमा पार से हो या अंदर से।