मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में दो मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू युवकों से शादी करके घर वापसी की है। दोनों युवतियों ने सनातन धर्म अपनाकर हिंदू युवकों से वैदिक रीति-रिवाज के साथ विवाह किया। इस्लाम त्याग कर 'घर वापसी' करने वाली इन युवतियों ने अपने नए नाम भी चुने है। खंडवा की अमरीन खान ने तलवड़िया के शुभम राजपूत से विवाह कर अपना नाम अनुष्का रखा, जबकि छत्तीसगढ़ की निशात शेख ने कमलजीत सिंह मेहरा से विवाह कर अपना नाम मेघना रखा लिया है। यह मामला सोमवार ( 5 मई 2025) का है।
अमरीन बनी अनुष्का, निशात हो गई मेघना
यह घर वापसी का मामला खंडवा जिले का है। महादेवगढ़ मंदिर में दोनों युवतियों ने सबसे पहले शिव पूजन और अभिषेक किया। इसके बाद, पंडित राजेश पाराशर ने सनातन वैदिक पद्धति से दोनों जोड़ों का विवाह संपन्न कराया। विवाह के दौरान शहर के समाजसेवी अभय जैन ने दोनों युवतियों का कन्यादान किया। महादेवगढ़ मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक यहां आठ युवतियों ने सनातन धर्म अपनाकर हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया है।
निशात शेख, जो अब मेघना के नाम से जानी जाएंगी। मेघना ने बताया, "मैंने स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाया है। हिंदू धर्म में महिलाओं को जो सम्मान दिया जाता है, वह मुझे बेहद प्रेरित करता है। यहां भगवान राम हैं, तो माता सीता का आदर भी है। इसीलिए मैंने कमलजीत को अपना जीवनसाथी चुना।"
अमरीन खान, जो अब अनुष्का बनी हैं। अनुष्का ने बताया कि शुभम से मुलाकात के बाद उन्होंने हिंदू संस्कृति को गहराई से समझा। उन्होंने कहा, "शुभम के संपर्क में आने के बाद मुझे सनातन धर्म की महानता का अनुभव हुआ। इसे अपनाने का निर्णय मेरा व्यक्तिगत और स्वेच्छा का है।"
सोशल मीडिया से प्रेरणा
निशात ने बताया कि उन्होंने महादेवगढ़ मंदिर के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी प्राप्त की थी। मंदिर की आध्यात्मिकता और हिंदू धर्म की शिक्षा ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। इसीलिए उन्होंने अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया।