देश में तेजी से बढ़ती कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए वैक्सीन (Vaccine) को बड़े सुरक्षा कवच के रूप में देखा जा रहा है. इसी बीच अच्छी खबर ये है कि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वैक्सीन Covaxin को जल्द ही विश्व स्वास्थ्य संगठन की 'इमरजेंसी यूज़ लिस्टिंग' में शामिल किया जा सकता है. इस दिशा में 23 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसे प्री सबमिशन बैठक कहा जाता है.
WHO के आधिकारिक दस्तावेज़ के अनुसार भारत बायोटेक के 'एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट' यानी शुरुआती आवेदन को मंज़ूरी मिल गई है. 19 अप्रैल को वैक्सीन निर्माता की ओर से आवेदन दिया गया था. बता दें कि सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड को 15 फरवरी को WHO की इमरजेंसी यूज़ लिस्टिंग में शामिल कर लिया गया था.
कोविशील्ड के बाद Covaxin भारत में बन रही दूसरी वैक्सीन होगी, जिसे WHO की मंज़ूरी मिल सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंज़ूरी मिलने से उन लाभार्थियों को राहत मिलेगी जो विदेश यात्रा पर जाना चाहते हैं. बहुत से छात्रों को अमेरिका में Covaxin लेने के बाद भी वहां दोबारा टीका लगाने के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि इस वैक्सीन को अबतक WHO की मंज़ूरी नहीं मिली है. वहीं अमेरिका में भारत बॉयोटेक के पार्टनर Ocugen को Covaxin को इमरजेंसी नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मंज़ूरी के लिए प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा गया है. वैक्सीन को WHO की मंज़ूरी मिलने से इस वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया के अन्य देश भी आसानी से कर पाएंगे.
भारत बॉयोटेक की वैक्सीन को अब तक 14 देशों में इमरजेंसी यूज़ के लिए मंज़ूरी मिल चुकी है, 50 अन्य देशों में इसकी प्रक्रिया जारी है. पिछले महीने विदेश सचिव की मौजूदगी में एक अहम बैठक हुई थी, जहां स्वास्थ्य मंत्रालय और बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए. इस बैठक में Covaxin को जल्द WHO की मंज़ूरी के लिए रणनीति पर चर्चा हुई.