उत्तर प्रदेश में तमाम माध्यमों से श्रमिकों/कामगारों के वापस आने का क्रम लगातार जारी है ऐसे में संक्रमण का खतरा भी काफी तेजी से बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश की तैयारियों के लिहाज से आगे आने वाले 10 दिन बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं क्योंकि प्रवासी श्रमिकों से संक्रमण फैलने का खतरा अब सबसे ज्यादा है। कई जनपदों में प्रवासी श्रमिक कोरोना संक्रमित निकले हैं और उसके बाद ग्रीन जोन वाले जनपद भी ऑरेंज जोन में बदल गए। इस लिहाज से खास सतर्कता बरतने की जरूरत भी महसूस हो रही है इसी को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात के निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक प्रवासी श्रमिक/कामगार का मेडिकल चेकअप किया जाए किसी भी हाल में कोई श्रमिक मेडिकल चेकअप हुए बिना अपने घर ना जाए। दरसल उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों को भेजने का अन्य राज्य लगातार दबाव बना रहे हैं सिर्फ दिल्ली से ही साढ़े चार लाख श्रमिक उत्तर प्रदेश आने को आतुर है कई श्रमिकों ने सड़कों पर पैदल चलना शुरू भी कर दिया है।
ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण के खतरे की आशंका और बढ़ती है और यदि अगले 10 दिन तक संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित कर लिया तो यूपी में कोरोना वायरस नियंत्रण में रहेगा। यूपी में कोरोना के कुल 3664 मरीज है, जिसमें से 1873 मरीज सही होकर घर जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से सही होकर घर वापस जाने वालों का प्रतिशत पूरे देश में सबसे ज्यादा है यूपी में यह 42% से भी ज्यादा मरीज सही होकर घर वापस गए हैं। वही यह वायरस अब तक 82 लोगों की जान भी ले चुका है। वायरस का संक्रमण भी 74 जिलों तक पहुंच चुका है, उत्तर प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 75 है।