उत्तर प्रदेश में चुनावी हलचल के बीच फिर से एक बार भाजपा के फायरब्रांड नेता केशव प्रशाद मौर्या ने अपने बयान से खलबली मचा दी है। कुछ दिन पूर्व ही उनका एक बयान चर्चे में आया था जिसमे उन्होंने अयोध्या, काशी के बाद मथुरा की बारी कहा था जिसके बाद सियासी गलियारों में यह बहस का मुद्दा बन गया था। अब फिर से एक बार केशव प्रसाद मौर्या ने प्रयागराज में व्यापारियों के सम्मेलन में कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले लुंगी छाप गुंडे घूमते थे। जालीदार टोपी लगाए बंदूक-गोली लिये व्यापारियों को डराने का काम करते थे। आपकी जमीनों पर कब्जा करना और कब्जे की शिकायत करने भी नहीं देते थे। शिकायत पर धमकी देते थे। ऐसे लोगों से भाजपा ने निजात दिलाई है। आने वाले चुनाव में यह सब कुछ याद रखना है।
डिप्टी सीएम केशव भाजपा के मंडलीय व्यापारी सम्मेलन में शुक्रवार को बोल रहे थे। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कह रहे हैं कि उनकी सरकार आई तो बुलडोजर वापस हो जाएंगे। यानी क्या होने वाला है, आप आकलन कर लें। क्या भाजपा ने किसी किसान, आम आदमी या व्यापारी के निर्माण पर बुलडोजर चलाया, नहीं। भाजपा का बुलडोजर चला तो माफिया के अवैध निर्माण पर। उन्हीं खाली कराई गई जमीनों पर अब घर बनेंगे और गरीबों को मिलेंगे।
उन्होंने आगे कहा अब अब यह गुंडे ढूंढने से भी नहीं मिल रहे। 2022 का चुनाव आने वाला है इसलिए हमें ध्यान रखना होगा कि प्रदेश में 2017 से पहले वाला माहौल फिर ना बने। समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर गुंडे माफियाओं को सपा से निकाल दो तो सपा में कुछ भी नहीं बचेगा। यही हाल कांग्रेस का है। कांग्रेस से अगर भ्रष्टाचारियों को बाहर कर दें तो कांग्रेस में भी कुछ नहीं बचेगा।