सरकारी काम में उदासीनता और अनियमितता के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच और वाराणसी के उपायुक्त (स्वतः रोजगार) को निलंबित करने का आदेश दिया है। दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ अब विभागीय जांच होगी।
वर्तमान में उपायुक्त स्वतः रोजगार के पद पर बहराइच में पदस्थ सुरेन्द्र कुमार गुप्ता पर आरोप है कि जनपद हरदोई के ब्लॉक अहिरोरी में खंड विकास अधिकारी रहते हुए इन्होंने ग्राम खाड़ाखेड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्र के स्थलीय विवाद होने पर न तो कोई कार्य कराया और न ही किसी फर्म से किसी भी निर्माण सामग्री की आपूर्ति ली।
यही नहीं कोई मापाकंन भी नहीं कराया गया। बावजूद इसके भुगतान की कार्यवाही की गई। इस प्रकार सुरेन्द्र गुप्ता ने न केवल काम में लापरवाही की, बल्कि शासकीय धन का अनियमित तरीके से भुगतान भी किया। मुख्यमंत्री ने इसे घोर अनुशासनहीनता, लापरवाही और स्वेच्छाचारिता माना है।
निलंबन का आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं। संयुक्त विकास आयुक्त, लखनऊ मण्डल को इस मामले में जांच अधिकारी बनाया गया है। निलंबन अवधि में निलंबित अधिकारी ग्राम्य विकास, लखनऊ से संबद्ध रहेंगे।