तिरंगा दूईज यादव के द्वार फहराया गया आजादी के 75वे वर्षगाठ के इस अवसर पर नारवेदेश्वर मिश्रा ने एक कविता सुनाये
सपने इन शहीदो के फिर से हम सजायेंगे,
हमको मातृभूमि की कसम फिर लाहू बहायेंगे
एकता नहीं है कम कोई आजमाये तो ,
अपनों की आहुति दे कर कर्ज चुकायेंगे
जनपद वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई दी और साथ ही इस अवसर पर देवरांचल की जनता भी वहाँ उपस्थित रही |