आज दिनांक 3 जुलाई 2021 को जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की समीक्षात्मक बैठक की गई।
बैठक में ज़िला परिषद अध्यक्षा, जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निम्नांकित निर्देश दिए गए:
1. जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि अपने स्तर से जन वितरण प्रणाली विक्रेता एवं पैक्स अध्यक्षों के साथ बैठक करें और उन्हें जनता से प्राप्त शिकायतों जैसे गलत तरीके से अंगूठा लगवाकर अनाज निकालना आदि से अवगत कराए।
2. सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों की जांच समय-समय पर करते रहने का निदेश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया। साथ ही यह निदेश भी दिया गया कि वैसे लाइसेंस धारक जो प्रतिष्ठान नहीं चला रहे हैं, उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए।
3. जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनता में यह संदेश देने को कहा गया कि:
१.यूरिया 266.50,२. DAP 1200 रु प्रति बैग से अधिक मूल्य पर किसी भी पैक्स गोदाम/अध्यक्षों से न खरीदा जाए, यह सरकारी दर है।
4. जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि एक कंट्रोल रूम प्रारंभ करेंगे एवं उससे संबंधित अद्यतन पंजी अगले बैठक में लाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही कंट्रोल रूम की जानकारी किसान चौपाल में भी देने का निदेश दिया गया।
उक्त कंट्रोल रूम की जानकारी एवं उसका दूरभाष संख्या सभी जनप्रतिनिधियों यथा-मुखिया,वार्ड सदस्य,पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, नगर परिषद सदस्य, विधायक महोदय, तक उपलब्ध करा कर उसका रिसिविंग अधोहस्ताक्षरी के समक्ष उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
5. मिट्टी जांच प्रयोगशाला
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिला से 10 प्रखंडों का टारगेट भेजा गया था। जो कि दसों प्रखंडों की स्वीकृति मिल गई है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा बाकी के बचे 10 प्रखंडों का भी प्रस्ताव विभाग को भेजने का निदेश दिया गया।
7. जैविक कॉरिडोर सभी किसानों को C1 सर्टिफिकेट मिल गया है। कुल 17 ग्रुप को सर्टिफिकेट दिया गया है।