पिछले दो दिन पहले जम्मू कश्मीर के रामबन में टनल के ऊपर पहाड़ गिर गया। इस दर्दनाक हादसे का एनडीआरफ दो दिन तक बचाव अभियान में सभी को बचाने की कोशिश की परन्तु इस हादसे में आज जानकारी मिल रही है कि टनल में दबे सभी 10 मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं। फिलहाल बचाव कार्य रोक दिया गया है। पिछले कल बचाव कार्य रुक-रुक कर चल रहा था। मौसम खराब होने के कारण बचाव कार्य रोकना पड़ रहा था।
इस हादसे के बाद निर्माण एजेंसी के खिलाफ कामकाज के दौरान लापरवाही के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है। मलबे में दबे सभी मजदूरों के शव मिलने के बाद बचाव अभियान बंद कर दिया गया है। इस बीच मरने वाले सभी मजदूरों के परिजनों को 16-16 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
शनिवार देर शाम को हाईवे बड़े वाहनों के लिए एक तरफा बहाल कर दिया गया। श्रीनगर से जम्मू के लिए वाहनों को छोड़ा गया। छोटे वाहन पहले भी चल रहे थे। वीरवार देर रात से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन शुक्रवार देर शाम को बारिश के चलते रोकना पड़ा था।
शनिवार को मौसम साफ होते ही मलबे में दबे मजदूरों की तलाश शुरू कर दी गई। घंटों लगातार तलाश करने पर मलबे के ढेर से एक-एक कर लापता और नौ मजदूरों के शव निकाल लिए गए। एसएसपी रामबन मोहिता शर्मा के अनुसार मलबे के ढेर से सभी 10 मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं। इनमें पांच पश्चिम बंगाल, एक असम, दो नेपाल और दो स्थानीय हैं।
सभी शव मिलने के बाद बचाव अभियान रोक दिया गया है। मालूम हो कि वीरवार रात 10.15 बजे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर बनी टी-3 सुरंग की ऑडिट टनल के ऊपर का पहाड़ दरक गया था।