पिछले कई सालों से टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बांग्लादेशी घुशपैठियों को सरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं। सुदर्शन न्यूज़ ने एक लेख में खुलासा किया था कि दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा में शामिल इस्लामिक कटरपंथी भी टीएमसी को फंडिंग करते रहे हैं। कई ऐसे मामले सामने आये जहाँ जब भी इन बांगलादेशी घुशपैठियों को देश से निकाले जाने की बात सामने आती है तो ममता बनर्जी और टीएमसी को की हालत खराब हो जाती है।
अब एक और नया खुलासा हुआ है जिसमें यह साफ़ हो गया है कि बांग्लादेशी लोगों को कैसे टीएमसी पूरा समर्थन देती है। दक्षिण बनगांव विधानसभा सीट से चुनाव हारीं तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार आलोरानी सरकार कोर्ट जाकर खुद फंस गई हैं। दक्षिण बनगांव से तृणमूल ने जिस उम्मीदवार यानी आलोरानी सरकार को विधायक का टिकट दिया था, वे बांग्लादेशी नागरिक निकली हैं। इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं।
बनगांव दक्षिण विधानसभा सीट पर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबला हुआ था। इसमें भाजपा प्रत्याशी स्वपन मजूमदार ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार आलो रानी सरकार को 2,004 मतों से शिकस्त दी थी। स्वपन मजूमदार को 97,828 वोट मिले थे, जबकि आलो रानी सरकार को 95,824 वोट।
आलोरानी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी थी। बुधवार को उनकी याचिका खारिज की दी गई। भाजपा उम्मीदवार के वकील ने बताया कि आलोरानी बांग्लादेशी नागरिक हैं। इसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं।