अगर आप जमीनी स्तर की पत्रकारिता करते हैं, अगर आप लोगों से जुड़े हुए मुद्दे बताते हैं, अगर आप व्यवस्था से, सरकार चलाने वालों से, सिस्टम चलाने वालों से सवाल पूछते हैं, तो खुद ब खुद आम लोग युवा आप से जुड़ जाता है।
कुछ ऐसा ही हुआ है बुधवार को सुदर्शन न्यूज़ के साथ। दरअसल गुरुवार की शाम सुदर्शन न्यूज़ ने छत्तीसगढ़ में धमतरी जिले के एक युवक द्वारा रायपुर में मुख्यमंत्री निवास के ठीक सामने आत्मदाह करने की असल वजह की पड़ताल करते हुए शाम 7:00 से 8:00 बजे तक 'पागल नहीं, बेरोजगार हैं सरकार' नामक एक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में हमने पीड़ित युवक के गांव और घर में पहुंचकर दो दिन तक सच्चाई का पता लगाया। हमने रायपुर से निकलकर उनके गांव पहुंचकर सच को जाना उचित समझाजब इस कार्यक्रम का प्रसारण बुधवार की शाम 7:00 से 8:00 के बीच हुआ, तो हमने संबंधित जिम्मेदारों में सरकार के पीडीएस मंत्री अमरजीत भगत को उनका पक्ष रखने आमंत्रित किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ की ब्यूरो योगेश मिश्रा के साथ प्रत्यक्षदर्शी पत्रकार प्रवीण सिंह और भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने भी मौजूद थे।
सुदर्शन न्यूज़ के ग्राउंड जीरो की पड़ताल को सुनने के बाद सरकार के पीडीएस मंत्री अमरजीत भगत जवाब नहीं दे पाए, बल्कि वह बार-बार युवक को मानसिक अस्वस्थ कहते ही नजर आए। जब सुदर्शन न्यूज़ के रेजिडेंट एडिटर मुकेश कुमार जी ने मंत्री से सवाल पूछा कि भला एक युवक को मानसिक अस्वस्थ कहने का आधार क्या है? तो मंत्री जवाब देना छोड़ कर बार-बार अपनी योजनाएं और अपनी उपलब्धियां गिनाने लगे, जिसके बाद आखिरकार मंत्री ने निरुत्तर होकर फोन कट कर दिया।
हमारे इस खबर से पूरे प्रदेश के युवाओं में उत्साह का संचार देखा जा रहा है। युवाओं को लग रहा है कि उनकी आवाज, उनका दर्द, उनकी पीड़ा को सुदर्शन न्यूज़ जस का तस पूरे देश के सामने परोसा है और इसीलिए लोग सुदर्शन न्यूज़ को सोशल मीडिया आदि प्लेटफार्म के जरिये धन्यवाद कह रहे हैं और कह रहे हैं कि सुदर्शन न्यूज़ ही बेहतरीन पत्रकारिता का उदाहरण है और सच को जस का तस लाने की हिम्मत कर सकता है।
इस रिपोर्ट से उम्मीद जगा युवाओं का-
https://youtu.be/XcGEQgCwXps