इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
कोरोना काल में आपदा में अवसर निकालने वाले लुटेरे अस्पतालों की अब खैर नहीं है। इसके लिए प्रशासन ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है। अब लूटखसोट करने वाले अस्पतालों से मरीजों के पैसे वापस कराए जा रहे हैं।
अस्पतालों को नोटिस जारी-
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का है, जहां कोविड अस्पतालों में शासन द्वारा इलाज के लिए निर्धारित शुल्क से ज्यादा बिल वसूली की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने अस्पतालों को नोटिस जारी कर हिसाब मांगा है।
आ रही थीं तमाम शिकायतें-
बता दें कोरोना का इलाज करने के नाम पर मरीजों से लूटखसोट करने वाले अस्पतालों को लेकर तमाम शिकायतें लगातार आ रही हैं। इन शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए हापुड़ में प्रशासन ने 46 मरीजों के पैसे वापस कराए हैं। इसी तरह मेरठ में भी ऐसी 49 शिकायतें प्रशासन को मिलीं, इनमें से 18 सही पाई गईं। इनमें दो अस्पतालों से चार लाख रुपये वापस कराए गए और तीन बड़े अस्पतालों की जांच जारी है।
हापुड़ के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि कोविड अस्पताल संचालकों द्वारा अधिक वसूली की शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतों की जांच कर अधिक धनराशि वसूलने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
निर्धारित है ये दर-
कोविड अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए शासन ने निम्नलिखित शुल्क निर्धारित किया है-
आइसोलेशन - 4800 रुपए
आईसीयू - 7800 रुपए
आईसीयू वेंटीलेंटर - नौ हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से
बता दें निर्धारित दर के अलावा मरीज व तीमारदारों को किसी प्रकार का अन्य शुल्क नहीं देना था। लेकिन कई निजी कोविड अस्पतालों में मरीजों के परिजनों से मनमानी कीमत वसूल की गई। जिसकी शिकायत आने पर प्रशासन ने ये कदम उठाया है।