यह वही जफरुल इस्लाम है जिन्होंने नोटिस के दम पर सुदर्शन को दबाने की एक धारणा अपने मन में पाली थी और सुदर्शन न्यूज़ ने इनका इसी अंदाज में जवाब दिया था। तब सुदर्शन न्यूज़ ने अरविंद केजरीवाल पर भी सवाल उठाए थे और बताया था कि अरविंद केजरीवाल का करीबी यह व्यक्ति आने वाले समय में राष्ट्रीय अस्मिता व अखंडता के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। आखिरकार सुदर्शन के कहे गए एक-एक शब्द सत्य्य सत्य साबित हुए और जफरुल इस्लाम में सीधे-सीधे इशारों में बता दिया है कि उसके व उसके साथियों के लिए भारत से ज्यादा अरब के देश मायने रखते हैं.. आखिरकार सुदर्शन न्यूज़ के 11 दावे पर मोहर लगी है और वामपंथियों के साथ-साथ हिंदू विरोधी फैक्ट चेकर को भी शर्मिंदगी महसूस हुई है।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरूल इस्लाम के एक फेसबुक पोस्ट पर विवाद शुरू हो गया है. जफरूल इस्लाम ने अपने फेसबुक पर लिखा कि जिस दिन मुसलमानों ने अरब देशों से अपने खिलाफ जुल्म की शिकायत कर दी, सैलाब आ जाएगा. बीजेपी की ओर से इस बयान का विरोध किया गया है. बीजेपी ने कहा है कि जफरूल इस्लाम देश की छवि खराब कर रहे हैं. खास बात यह है कि जफरुल इस्लाम में इस पोस्ट के बाद कोई सफाई भी नहीं दी और उनके इस देश विरोधी पोस्ट के बाद आम आदमी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता ने खेद प्रकट नहीं किया । इशारा साफ है कि उनको आम आदमी पार्टी का मूक समर्थन हासिल है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में मुसलमानों के साथ कुछ होता है तो अरब के देश चुप नहीं रहेंगे. जफरुल इस्लाम ने भगोड़े जाकिर नायक और ऐसे ही कई लोगों का नाम लेते हुए कहा कि वह भी अरब में एक मुकाम रखते हैं. अगर जरूरत पड़ी तो वह अरब से बातचीत करेंगे. इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद कहीं ना कहीं अब विवाद होना लाजमी है, क्योंकि जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है, वहीं ऐसे बयान आने से समाज में तनाव पैदा होगा.
संवैधानिक पद पर रहते हुए खान ने भारत के अंदरूनी मसले को दुनिया के सामने रखने का प्रयास किया है। खान ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, 'कट्टर ये भूल गए हैं कि भारतीय मुसलमानों ने शताब्दियों से इस्लाम की भलाई के लिए सेवा की है और इसके लिए अरब एवं मुस्लिम जगत में उनका काफी सम्मान है। इस्लामी और अरब विज्ञान में, विश्व विरासत में इनका मान विशाल सांस्कृतिक और सांस्कृतिक योगदान के कारण है। शाह वलीलुल्लाह देहलवी, इकबाल, अबुल हसन नदवी, वहीदुद्दीन खान, जाकिर नाइक जैसे कई सम्मानित नाम अरब एवं मुस्लिम जगत में हैं।' जिस जाकिर नायक को भारत ही नहीं बल्कि बांग्लादेश की भी पुलिस एक आतंकी के रूप में तलाश रही हो उसे सम्मानित कहना कहीं न कहीं अरविंद केजरीवाल के पार्टी की वह विचारधारा को फिर से सामने ला रहा है जिसे उन्होंने बटला हाउस मुठभेड़ में बहुत पहले ही दिखाया था।