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रिज़ल्ट का दिन : एमजे सर की वॉल से

जो सफल हो गए हैं अब उनकी सफलता गाथा गाई जाएगी , विभिन्न लोग और संस्थान सफ़लता का श्रेय लाना चाहेंगे , इंटर्व्यूज़ होंगे , बंदनवार और तोरण सजेंगे….

Priyesh Singh
  • Feb 19 2023 4:51PM

कुछ दिनों के प्रवास पर शहर से बाहर हूँ कल रात लगभग 10:30 बजे मोबाईल उठा कर देखा तो बड़े भैया के चार चार मिस्ड काल दिखे इतने मिस कॉल वो कभी करते नहीं, व्यस्त रहते हैं तो फ़ोन तक उनसे मिल जाये और बात हो जाये यही बहुत है.. मैं घबराया! सब ठीक तो है? और फ़ोन मिलाने लगा.. बात हुई तो पता चला ओहह! सिविल जज की परीक्षा का फ़ाईनल रिज़ल्ट आ गया है, फिर रात भर बधाइयों का सिलसिला चलता रहा॥ पिछले लगातार छः वर्षों से ऐसा हो रहा है जब मैं बहार हूँ तभी रिज़ल्ट आता है एमपी हाई कोर्ट के द्वारा कराए जाने वाले इस एग्जाम में कुल 270 पदों की लड़ाई थी जिसमें 149 पदों के लिए ही प्रतिभागियों को योग्य पाया गया उसमें भी लगभग 100 प्रतिभागी ऐसे हैं जो किसी ना किसी तरह हमसे जुड़े रहे हैं जो न्यायाधीश के पद पर चयनित हुए l

कुछ ऐसे हैं जिन्होंने लगातार प्री मेंस और इंटरव्यू की तैयारी हमारे साथ , कुछ ऐसे हैं जो मेंस के समय हमसे जुड़े , कुछ इंटरव्यू के समय और कुछ ऑनलाइन माध्यम से जुड़े रहेलेकिन मैं इनमें से किसी की भी सफलता का श्रेय नहीं लेना चाहता ॥ सौ प्रतिशत श्रेय उन सभी की कड़ी मेहनत और बड़ों के आशीर्वाद को है और मालिक की कृपा को भूलना तो बिलकुल भी नहीं बनता॥ जो सफल हो गए हैं अब उनकी सफलता गाथा गाई जाएगी , विभिन्न लोग और संस्थान सफ़लता का श्रेय लाना चाहेंगे , इंटर्व्यूज़ होंगे , बंदनवार और तोरण सजेंगे.जो ठीक भी है, लेकिन उनका क्या जो रह गए हैं??? उनसे केवल इतना ही कहना चाहता हूँ कि तुम्हारी असफलता में मैं बराबर भागीदार हूँ.तुम अकेले नहीं रह गए हो मैं भी रह गया हूँ तुम्हारे साथ ही. एक साथ किसी एक संस्थान से इतने ज़्यादा प्रतिभागियों का न्यायाधीश के पद पर चयनित होना अपने आप में एक रीकॉर्ड है , लेकिन बावजूद इसके मेरे मन में वैसी ख़ुशी क्यूँ नहीं ?? मेरी मन:स्थिति ठीक वैसी है जैसे तेज़ धूप और बारिश एक साथ हो.. सुनो तथागत! इस पीड़ा का सही सही उच्चारण क्या है? सब के दु:ख का कारण तृष्णा मेरे दुःख का कारण क्या है?** सफल प्रतिभागियों की रीकॉर्ड संख्या होने के बावजूद असफल प्रतिभागियों की संख्या कहीं ज़्यादा है.l 

और ऐसा हर एक प्रतियोगी परीक्षा के परिणाम में होता है इसका कारण पदसंख्या का प्रतिभागियों की संख्या से बहुत ही कम होना है॥ लेकिन एक बात और कहना चाहता हूँ उन सभी से कि थक कर बैठ मत जाना ख़्याल रहे , बुद्धिमान कभी असफल नहीं होते या तो वे जीतते हैं या सीखते हैं.मैं सभी से कहना चाहता हूँ कि आने वाला समय तुम्हारा होगा अगर अपने आप को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर सको ॥ सुनो मेरे प्यारों ! तुम रुको मत, बहते रहोजीवन में कुछ असफलताएं आती हैं तो आती रहें, तुम उनसे घबराओ मत. उन्हें लांघकर दुगनी मेहनत करते चलो॥ बहते रहना और चलते रहना ही तो जीवन है..अगर असफलता से घबरा कर रुक गए तो उसी तरह सड़ जाओगे जिस तरह रुका हुआ पानी सड़ जाता है.अपने आपको इतना मज़बूत बनाओ की भाग्य की छाती पर लात रख कर मंज़िल तक पहुँच सको॥ असफलता कहती है कि सबक अभी बाकी है, जिन्दगी अभी तराश रही है, प्राण-शक्ति के इम्तिहान अभी बाकी हैं.मंजिलें अभी दूर हैं और रस्ते पुकार रहे हैं. असफलता में से अनुभव का अ निचोड़ लो फिर देखो विशुद्ध सफलता ही बचेगी इस बात को गांठ बांध लो।। और हाँ याद रखना मेरा साथ सदा के लिए है ॥ शुभकामनाओं सहित ✍️MJ ** कविता की दो पंक्तियाँ ज्ञान प्रकाश आकुल जी की कविता से

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