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भारत से लड़ कर सिर्फ चीन के सैनिक ही नहीं मरेंगे... मरेंगे उसके लोग भी, गोली से नहीं.. भूख से

भारत से अभी युद्ध का जोखिम नहीं ले सकता चीन, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण

Sudarshan News
  • Jun 20 2020 5:57PM

 भारत - चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच दुनिया के कई बड़े देश भारत के समर्थन में है l साथ ही चीन को आर्थिक मोर्चे पर अलग थलक करने के इरादे से ये बड़े देश एक जुट नजर आ रहे हैं l अमेरिका के बाद भारत ने भी चीन की बड़ी टेक्नोलॉजी निर्माता कंपनी हुआवेई (Huawei) पर प्रतिबंध लगा दिया है l  अपनी विस्तारवादी नीति के चलते चीन अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में काफी विरोध झेल रहा है. ऐसे में सवाल यह है कि क्या चीन अभी भारत से युद्ध की स्थिति में हैं कि नहीं? 

चीन को सबसे बड़ा डर लोकतंत्र से लगता है l ताइवान और हांगकांग बगावती तेवर के साथ चीन को आँख दिखा रहे हैं l ऐसे में अपने देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए वह युद्ध का माहौल निर्मित कर रहा है l 

चीन इस वक्त कई मोर्चे पर लड़ रहा है l जिसकी वजह से जमीनी सेनाएं, नौसेना, युद्ध विमान सभी इस वक्त व्यस्त हैं l अकेले दक्षिण चीन सागर में, बीजिंग फिलवक्त 6 देशों – ताइवान, वियतनाम, फिलीपींस, ब्रुनेई, इंडोनेशिया और मलेशिया के खिलाफ खड़ा है l 

चीन-अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध अब भी जारी है l इसके अलावा आर्थिक रूप से युद्ध मे ऑस्ट्रेलिया का नाम भी शुमार है l  रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध में चीन को 2019 की पहली छमाही में 35 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था l कंप्यूटर और ऑफिस मशीनरी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए क्षेत्रों में से थे l भारत से लड़ने का मतलब होगा कि भारतीय बाजारों से भी हाथ धो बैठना, और अकेले निर्यात से 74.72 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठाना l

 भारत को कूटनीतिक और सैन्य रूप से दुनिया की प्रमुख शक्तियों का समर्थन प्राप्त है l इस वक़्त चीन लद्दाख में हमला करता है तो उसे सभी मोर्चों से अलग कर दिया जाएगा और उसकी अर्थव्यवस्था बैठ जाएगी जिसकी भरपाई करने मे उसे कई साल लग सकते हैं l

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