भारत की पुरानी सेक्युलर नीति को बिलकुल सही और उसी रूप में चरितार्थ करते हुए आखिरकार गुजरात पुलिस ने प्रसिद्ध जैन मुनि आचार्च सूर्य सागर जी पर गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश डालना शुरू कर दी है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार गुजरात की वड़ोदरा पुलिस ने धर्म की बुलंद आवाज उठाने वाले जैन मुनि जी का मोबाईल भी जब्त कर लिया है, सूत्रों के अनुसार ऐसी खबरें भी आ रही हैं. पुलिस अपनी कार्यवाही हर दिन तेज करती नजर आ रही है और माना जा रहा है कि जल्द ही जैन मुनि जेल की सलाखों के अन्दर गुजरात पुलिस द्वारा भेजे जा सकते हैं.
ये वो समय है जब कई स्थानो के पुलिस प्रमुख और बड़े नेताओं ने इस बात को माना है कि देश में कोरोना नाम की महामारी काबू होने के बाद उसको बेकाबू करने वाले तबलीगी जमात के लोग ही है. इसी क्रम में इस जमात में सबसे प्रमुख नाम और अब तक फरार चल रहे मौलाना साद पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है बल्कि बताया ये जा रहा है कि उसको लगातार नोटिस भेज कर पेश होने का आवेदन किया जा रहा है.. लेकिन जैन मुनि के खिलाफ जिस प्रकार से सक्रियता दिखाई गई है उसके बाद सवाल उठने शुरू हो चुके हैं कि काश यही तेजी और यही सख्ती पुलिस मौलाना साद और जमातियो के खिलाफ भी दिखा पाती.
फ़िलहाल इस मामले की मूल जड में जैनमुनि जी का कोई कथित वीडियो है जिसको सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में उनको गंभीर धाराओं और कड़ी कार्यवाही करते हुए जेल भेजने की तैयारी बनाई जा रही है जो उनके अनुसार तबलीगी जमात से सम्बन्ध रखता है. मौलाना साद व् जैन मुनि के कार्य में अंतर देश और समाज का एक बड़ा तबका जनता है और देश को किस से कितना नुकसान हुआ है इसको भी जानने के बाद अब कहीं न कहीं पुलिस की इस कार्यवाही से एक असंतोष जैसा पैदा हो रहा है.. फिलहाल गुजरात पुलिस व् गुजरात सरकार अपनी कार्यवाही से सेकुलरिज्म का एक बड़ा संदेश देने की तैयारी में है.
देखिये तबलीगी जमात और उसके मुखिया मौलाना साद का पूरा खुलासा सुदर्शन न्यूज़ पर बिंदास बोल -