इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री और हस्तिनापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक दिनेश खटीक ने योगी मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार को आड़े हाथों ले लिया है। दिनेश खटीक ने वायरल हो रही चिट्ठी में आरोप लगाया है कि दलित होने की वजह से विभाग में उनकी सुनवाई नहीं होती और न ही किसी बैठक की सूचना उन्हें दी जाती है।
बता दें मंगलवार से ही सोशल मीडिया पर उनका इस्तीफा तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि राज्यमंत्री के अधिकार के तौर पर सिर्फ गाड़ी दे दी गई है। दिनेश खटीक ने ट्रांसफर के मामलों में बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। दिनेश खटीक ने इस्तीफे में लिखा कि विभाग में गड़बड़ी को लेकर जब अधिकारियों से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।
प्रमुख सचिव सिंचाई पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि फोन करने पर बिना पूरी बात सुने उन्होंने फोन काट दिया। मंत्री ने नमामि गंगे योजना में भी भ्रष्टाचार की बात कही है। इस्तीफे में दिनेश खटीक ने सीधे सीधे अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है। सूत्रों के मुताबिक, दिनेश खटीक ने अपनी सरकारी गाड़ी और सुरक्षा छोड़ दी है। दिनेश खटीक ने कहा है कि विभाग में मेरे कहने पर कोई तबादला नहीं किया गया। कुछ कहो तो अधिकारी कहते हैं मंत्री जी से बात करो। राज्य मंत्री दिनेश खटीक का दावा है कि हमारी कोई नहीं सुनता।