आपको बता दे कि बिहार के समस्तीपुर जिला मुख्यालय का जिला परिषद् वित्तीय अनिमियता के कारण चर्चा मैं हैं .पेपर पर पंचम और मनरेगा की राशी का जम कर बंदर बाट हुआ .
जो सेवा दे चुके कर्मी थे उनके बेतन फ़ब को भी नहीं छोड़ा गया .पाँच करोड़ की राशी बेतन भोगी के कटे गए .और बन्दर बाट किया गया .चेयरमैन आबास के रख राखब और एक ही स्पॉट को बार बार अनेको मद से विकास कर के पंचम और मनरेगा की योजना का लूट कसौट किया गया .
जिला पार्षद कोटे से रोजगार देने के नाम पर चेयरमैन दम्पति और इनके करीबी ने लाखों रुपए अलग़ से खाया .ऑफिस को चलाने के नाम पर ५ करोड़ लुटे गए .
चेयरमैन ने अपने दम्पति के साथ मिल कर बड़ी अनिमियता कर डाला .मुख्यमंत्री के जनता दरबार मैं विभीषण बनकर वाईस चेयरमैन ने मुख्यमंत्री को आपबीती बताए तो जांच की बाती जल गई .
जनता दल यूनाइटेड के समस्तीपुर वोर्कर रहे लोगों को किसने इतना छूट दिया की ए खुद का बेगम बादशाह समझ बैठे .अभी पंचायत चुनाब आख़री समय पर हैं .देखना होगा कि जिला शासक करोड़ों के बड़ी घपला को कब तक सामने लेकर आते हैं .