चीन के सैनिकों के साथ झड़प में हमारी सेना के जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा साफ साफ दिख रहा है।
छत्तीसगढ़ में लोगों ने चीन मुर्दाबाद के नारे लगाए और चाइनीस आइटम को बैन करने की मांग की। रायपुर के बीरगांव में युवाओं ने संकल्प लेकर चीन का विरोध किया। साथ ही भविष्य में किसी भी तरह के चाइना प्रोडक्ट नहीं खरीदने का संकल्प अभी युवाओं ने लिया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए जवानों के शोकसंतप्त परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति प्रकट की है।
मुख्यमंत्री ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जवानों में छत्तीसगढ़ महतारी के सपूत कांकेर निवासी गणेश राम कुंजाम भी शामिल हैं। CM बघेल ने शहीद जवान गणेश राम कुंजाम को श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम सबको अपने बहादुर जवानों पर गर्व है, देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरा देश एकजुट है।
वहीं राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प में शहीद हुए सैनिक छत्तीसगढ़ के निवासी गणेशराम कुंजाम तथा अन्य सेना के जवानों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि इन सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। भारतीय सेना के जवानों ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूति दी है, मैं उन्हें नमन करती हूं। राज्यपाल ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
कांकेेेर का लाल वीरगति को प्राप्त
बता दें कि 17 वीरगति को प्राप्त हुए जवानों में कांकेर जिले के चारामा क्षेत्र का गणेश कुंजाम भी शामिल थे। कांकेर जिले के चारामा ब्लाक के क़ुर्रूटोला गांव गिधाली का रहने वाले जवान गणेश कुंजाम के शहीद होने की खबर सेना के अधिकारी ने मंगलवार की दोपहर फोन पर दी। उनके शहीद होने की सूचना घर वालों को मिलते ही गांव मे शोक कि लहर आदिवासी समाज के नौजवान देश की रक्षा के लिए सीमा पर डंटे रहे और देश की सुरक्षा निरंतर करते रहे छत्तीसगढ़ के लाल आज सीमा विवाद हिंसक झड़प में शहीद हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज व गांव परिवार में मातम छा गया है। जानकारी के मुताबिक जवान ने 2011 मे आर्मी जॉइन की थी और एक माह पूर्व ही भारत -चाईना बार्डर मे पोस्टिंग हुई थी। उनकी शहादत के बाद समूचे छत्तीसगढ़ में शोक की लहर है।