इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की विधानसभा के देश की पहली ई- विधानसभा बनने के बाद आज CM योगी ने ई-विधान प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबोधन दिया।बता दें हाईटेक हुई व्यवस्था के बाद अब सदन की कार्यवाही नये लुक में नजर आएगी ।विधायकों और मंत्रियों के हाथ में अब पेपर देखने को नहीँ मिलेंगे, बल्कि पूरी कार्यवाही पेपरलेस होगी ।
यहां सीएम योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ जनता के हित के लिए चिंतन मनन करने के लिए एकत्रित हुए हैं। प्रधानमंत्री जी के मंशानुरूप शासन को तकनीकी से जोड़ने का कार्य हो रहा है। तकनीकी के माध्यम से डीबीटी के माध्यम से शासन का लाभ आमजनमानस को दिया जा रहा है।प्रधानमंत्री जी के डिजिटली मिशन को बढ़ाते हुए वन नेशन वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत बढ़ाया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने इस कार्यक्रम को सराहा । उन्होंने कहा कि विपक्ष के द्वारा उठाये गए सवाल आलोचनात्मक जरूर होते हैं लेकिन ये सीधे 25 करोड़ जनता के हित के लिए भी होते हैं ।नेता प्रतिपक्ष के इस सहयोग और कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आभार व्यक्त करते हैं।उन्होंने ई विधानसभा में कहा कि हमने 2 वर्ष पहले ही पेपरलेस बजट को प्रस्तुत कर लिया था।प्रधानमंत्री के वन नेशन वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत हमारी विधानसभा ई-विधान के तहत काम करेगी।अब आपको बहुत मोटा बैग लाने की जरूरत नही होगी,इस ई विधान कार्यक्रम के माध्यम से आपका काम अब सरल होने जा रहा हैलोकसभा अध्यक्ष जी का मार्गदर्शन यहां दो वर्ष बाद हो रहा है,हम आभारी हैं।
बता दें सदस्यों के सवाल और मंत्रियों के जवाब टैबलेट पर प्रदर्शित होंगे। इसके लिए सदन की सभी सीटों पर टैबलेट लगाये गये हैं। विधानसभा सत्र से पहले सभी सदस्यों और विधानसभा तथा सचिवालय के अधिकारियों का ओरिएंटेशन और प्रशिक्षण होगा।