भारत का वाे समय जब देश में नेहरु की सत्ता काबिज़ थी. नेहरु ने चीन पर आंख बंद करके भराेसा जताया था कि चीन भारत काे कभी धाेखा नही देगा. लेकिन ने चीन भी भारत से युद्ध छेड़ कर अपने असली रंग भारत और दुनिया काे दिखाए. इससे नेहरु काे बेहद ही धक्का लगा था कि जिस चीन के साथ उन्हाेंने हिंदी चीनी भाई भाई का नारा दिया था वह ऐसा कैसे कर सकता है. जगजाहिर है कि चीन के नाम में ही चालाकी झलकती है ताे उसे ताे ऐसा करना ही था.
वहीं अगर अब के भारत की बात करे ताे भारत और चीन दाेनाें की एक दूसरे के कड़े विराेधी हैं. ताजा़ जानकारी के मुताबिक चीन ने भारत की दाे टूक संदेश के बाद भी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास आधुनिक सड़कों का निर्माण कर रहा है साथ ही लगातार सैन्य अभ्यास भी कर रहा है. चीन की इस चाल से कहीं न कहीं भारत भी चिंतित है.
बताया जा रहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रात के घुप्प अंधेरे में जंग लड़ने का अभ्यास कर रही है. चीनी सेना का रात के समय चल रहा युद्धाभ्यास शिंजियांग सैन्य इलाके में लगभग 5000 मीटर की ऊंचाई पर चल रहा है. पीएलए ने अपने अटैक हेलिकॉप्टर टाइप 15 लाइट टैंक से भी युद्धाभ्यास किया. उसने यह युद्धाभ्यास हिमालय से लगती सीमा के पास किया है.
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीएलए चाहती है कि भारतीय सीमा पर ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात सैनिक युद्ध के लिहाज से अपनी उच्च क्षमता का प्रदर्शन करें. पीएलए के एक कंपनी कमांडर यांग यांग के मुताबिक यहां तैनात सैनिकों ने अपना शिड्यूल बदला है. सैनिकों को कहा गया है कि वे अधिक ऊंचाई वाले इलाके में प्रशिक्षण के लिए उच्च क्षमता का प्रदर्शन करें.
यह भी जानकारी सामने आई है कि पीएलए सैनिक रात में बगैर किसी रोशनी के सहारे बर्फ से ढंकी चोटियों को पार कर रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक रात के अंधेरे में मशीनगन के सटीक इस्तेमाल का अभ्यास कर रही है. पीएलए के तिब्बत मिलिट्री कमांड ने बड़े पैमाने पर तिब्बत के पठारों में संयुक्त अभ्यास किया है. इसमें चीनी सेना की 10 ब्रिगेड रेजिमेंट ने हिस्सा लिया. रात दिन में चल रहे इस अभ्यास में होवित्जर तोपों, मल्टिपल रॉकेट लांचर सिस्टम एंटी एयरक्राफ्ट बैटरी का इस्तेमाल हो रहा है.