नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट टर्मिनल की बिल्डिंग के पाश्चात्य शैली में बने डिजाइन को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खारिज कर दिया है। अब नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने इसके निर्माण का जिम्मा उठाने वाली ज्यूरिख एयरपोर्ट को नए सिरे से टर्मिनल भवन का डिजाइन बनाने को कहा है, जिसमें भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई दे।
सीएम की मंशा के अनुरूप एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का डिजाइन बनवाने के लिए यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड भारतीय वास्तुकारों से संपर्क साधने में जुट गई है। उम्मीद है कि सीएम के सामने अगले महीने पेश होने वाले टर्मिनल भवन के डिजाइन में भारतीय संस्कृति की झलक दिखेगी।नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के निर्माण का जिम्मा संभालने वाली ज्यूरिख एयरपोर्ट ने नॉर्डिक, ग्रिमशॉ, हैप्टिक और एसटीयूपी से टर्मिनल भवन का डिजाइन बनवाया था।
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री के सामने जब डिजाइन को प्रस्तुत किया गया तो वह उनको पसंद नहीं आया।सीएम ने कहा कि नोएडा इंटरनैशरल एयरपोर्ट पर दुनियाभर के पर्यटक आएंगे। यूपी में की जो संस्कृति और विरासत है, उसे समेटते हुए टर्मिनल भवन का डिजाइन होना चाहिए ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
अगस्त के पहले सप्ताह में एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का नया डिजाइन सीएम के सामने फिर प्रस्तुत किया जाएगा। उसके बाद ही शिलान्यास की तारीख तय होगी। इस टर्मिनल भवन में फूड कोर्ट के साथ कार्गो की भी सुविधा होगी।नोएडा एयरपोर्ट के शिलान्यास से पहले 1334 हेक्टेयर जमीन को नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट की कंपनी यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को इसी महीने सब-लाइसेंस पर देगी।
नियाल की तरफ से वाईआईएपीएल को जमीन का सब-लाइसेंस देने की तैयारी शुरू हो गई है।नियाल एयरपोर्ट निर्माण के लिए यह सब-लाइसेंस 90 साल के लिए देगी। इस काम में यीडा के साथ नियाल के अधिकारी जुटे हैं। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है सब-लाइसेंस देने की प्रक्रिया इसी महीने पूरी हो जाएगी।नोएडा एयरपोर्ट के प्रथम चरण की 1334 हेक्टेयर जमीन प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग के लिए अधिग्रहीत करने के बाद खाली कराकर इसे नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम कर दिया गया है। नियाल से सब-लाइसेंस जारी होने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग की टीम इस जमीन का ओएलएस सर्वे करने भी आएगी।