शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक के बैन होने के बाद तमाम दिग्गज और लोकल कंपनियां मौके का फायदा उठाने में जुटी हैं. अब यूट्यूब भी उनमें शामिल हो गई है. टिकटॉक की कमी को पूरा करने के लिए यूट्यूब भारत में शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट लॉन्च करने जा रही है. इसका नाम 'शॉर्ट्स' होगा. अगले कुछ दिनों में इसका बीटा वर्जन शुरू कर दिया जाएगा. यूट्यूब ने बताया है कि शॉर्ट्स एक नया शॉर्ट-वीडियो फॉर्मेट है. यह फीचर यूट्यूब में ही मिलेगा. यह अपने मोबाइल फोन से लोगों को छोटे और दिलचस्प वीडियो बनाने के साथ उन्हें दिखाने में मदद करेगा.
यूट्यूब ने ब्लॉगस्पॉट में बताया, ''अगले कुछ दिनों में हम भारत में शॉर्ट्स का बीटा वर्जन लॉन्च करेंगे. टेस्ट के लिए इसमें कुछ क्रिएशन टूल्स होंगे. यह इस प्रोडक्ट का शुरुआती वर्जन है. इसके सफल रहने पर इसे पूरी तरह से रिलीज किया जाएगा.'' कंपनी ने कहा है कि वह और अधिक फीचरों को जोड़ना जारी रखेगी. आने वाले दिनों में यूट्यूब का दायरा और अधिक देशों में बढ़ाया जाएगा. शॉर्ट्स खुद को व्यक्त करने का एक अलग तरीका है. इसमें 15 सेकेंड और इससे कम के वीडियो को अपलोड किया जा सकेगा.
यूट्यूब के मुताबिक, हर महीने 2 अरब व्यूवर उसके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. वे मनोरंजन, जानकारी और जुड़ने के लिए इसे मजबूत माध्यम के तौर पर देखते हैं. क्रिएटर्स ने यूट्यूब पर पूरा बिजनेस तैयार किया है. कंपनी की इच्छा है कि अगली पीढ़ी के मोबाइल क्रिएटर्स यूट्यूब पर इसी कम्यूनिटी को शॉर्ट्स के साथ और बढ़ाएं. हाल में भारत सरकार ने चीन के शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉप पर बैन लगाया है. भारत में यह एप काफी लोकप्रिय था. इसके करोड़ों यूजर्स थे. इस कमी की भरपाई के लिए कई सोशल मीडिया कंपनियों ने शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट लॉन्च किए हैं. जून में टिकटॉक पर बैन लगने के तुरंत बाद फेसबुक ने एप के अंदर इंस्टाग्राम रील्स लॉन्च किया था. दर्जनों और लोकल कॉम्पिटीटर हैं.