भारत के ज्ञात व अज्ञात महापुरुषो की स्मृति को संजोने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आज़ादी के अमृत महोत्सव' का शुभारम्भ करने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिमा को अनावृत करने के बाद वहां उपस्थित लोगो को सम्बोधित किया और देश में बैठे कुछ 'आतंकपरस्तो' को कड़े शब्दों में चेतावनी भी दे डाली। तालिबान से लेकर अपने महापुरुषों तक सीएम योगी ने अपनी राष्ट्रवादी छवि का उदाहरण देते हुए, ये जाहिर कर दिया कि 'राष्ट्रहित सर्वोपरि'।
राजा मिहिर भोज पर बात करते हुए सीएम बोले- ”राजा मिहिर भोज नौंवी सदी के एक महान धर्मरक्षक थे, जिन्होंने विदेशी आक्रांताओं के छक्के छुड़ा दिए थे। मैं उनको नमन करता हूँ, जो कौम अपने इतिहास व परंपराओं को विस्मृत कर देती है, वह अपने भूगोल की भी रक्षा नहीं कर पाती।”
उन्होंने कहा -"उन्होंने कहा, “महापुरुषों को कभी जातीय सीमाओं में कैद नहीं करना चाहिए। उनका महान बलिदान किसी व्यक्ति या परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए होता है। माँ पन्ना धाय ने अपने पुत्र का बलिदान देकर महाराणा को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया था। उनके इस महान त्याग पर सिर्फ गुर्जर समाज को नहीं, अपितु संपूर्ण भारत को गौरव की अनुभूति करनी चाहिए।”
सीएम योगी ने कहा, “4 साल पहले का समय पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग नहीं भूल सकते। यहाँ 'कांवड़ यात्रा' नहीं निकालने दी जाती थी। दुर्गा पूजा उत्सव नहीं मनाने दिया जाता था। आप 5 अगस्त 2020 की तारीख याद करिए कैसे भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है, जो भव्यता के साथ आगे बढ़ रहा है। हर भारतीय गर्वित महसूस करता है।”साथ ही उन्होंने कहा- " पहले की सरकारे अपराधियों को संरक्षण देती थी, लेकिन अब पिछले साढ़े चार साल से अपराधी, यूपी में अपराध करने से पहले 100 बार सोचता है। "
साथ ही तालिबान और उसका समर्थन करने वालो पर सीएम योगी बोले कि- “तालिबानियों जैसे मजहबी अराजक तत्व पूरी मानव-जाति के लिए खतरा हैं। यदि ‘राष्ट्रधर्म’ पर आँच आई तो कोई व्यक्ति, जाति या मजहब सुरक्षित नहीं रहेगा। यदि किसी को लगता है कि देश की सुरक्षा खतरे में आ जाए तब भी वह सुरक्षित रह लेगा, तो यह उसकी गलतफहमी होगी। इतिहास में हुई लीपापोती को अब मिटाया जा रहा है।”