आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले में वेस्ट बंगाल जूनियर डाक्टर्स फ्रंट के आह्वान पर बीते रविवार रात राज्यभर में डॉक्टरों ने मशाल जुलूस निकाला. आरजी कर कॉलेज और अस्पताल की डॉक्टर श्रेया शॉ ने बताया कि हमारी मांगें शुरू से ही एक जैसी रही हैं.
उन्होंने कहा कि, हमारी पांच मांगें हैं जो अब तक पूरी नहीं हुई हैं. हमने यह सोचकर अपनी ड्यूटी शुरू की कि हमारे मरीजों को हमारी जरूरत है, लेकिन इस दौरान सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भी ऐसी ही घटना घटी, सीएम और सरकार के साथ हमारी सारी बैठकें बेकार गईं.
डॉ. शॉ ने आगे कहा कि, हम बस इतना कहना चाहते हैं कि सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं. सुप्रीम कोर्ट की हर सुनवाई पर हमारी नजर है और हमें दबाव बनाए रखना है. हमें भरोसा है कि सीजेआई ऐसा फैसला सुनाएंगे जिससे हमें न्याय मिलेगा. हमें जल्द से जल्द न्याय चाहिए क्योंकि न्याय में देरी न्याय न मिलने के बराबर है.
वहीं आर.जी. कर कॉलेज एवं अस्पताल के एक और जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो ने बोला कि, "हमारा आंदोलन अब तक केवल एक ही एजेंडे पर केंद्रित रहा है, और वह है अभया के लिए न्याय. अस्पतालों में हमारी सुरक्षा को लेकर हम लोग 10 दिन पहले मुख्य सचिव से मिले थे, लेकिन हमारी मांगों के अनुसार मुख्य सचिव की ओर से दिए गए निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा कि हमें सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भी ऐसी ही एक और घटना देखने को मिली. अगर कल सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में हमें कुछ सकारात्मक मिलता है, तो हम इस पर पुनर्विचार करेंगे, वरना हम पूर्ण बंद का रास्ता अपनाएंगे. हम 2 अक्टूबर को एक विशाल रैली करेंगे.