हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने वाली वेब सीरीज 'तांडव' पर विवाद गहराता ही जा रहा है, देश के हर हिस्से से हिदूं धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली इस सीरीज को बैन करने की मांग उठ रही है। तमाम हिंदू संगठनों के विरोध करने के बाद, अब साधु संतों ने भी इस पर कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें कि कथावाचक मोरारी बापू संगम नगरी प्रयागराज के माघ मेले में पहुंचे हैं, जहां उन्होनें तांडव वेब सीरीज को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि भविष्य में इस तरह सनातन धर्म और हमारी संस्कृति को लेकर कोई टिप्पणी न करे, इसको लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। साथ ही मोरारी बापू ने कहा की ये गलत परंपरा है, इस पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए। उन्होनें कहा की हमारे धर्म की उदारता का मतलब ये नहीं होना चाहिए की कोई उसका गैर जरूरी लाभ ले।
देश के वैज्ञानिकों और प्रधानमंत्री पर करें भरोसा
कोरोना महामारी को लेकर भी संत मोरारी बापू ने अपनी बात रखी, उन्होंनें कहा कि कोरोना से निपटने के लिए देश में बनाई गई वैक्सीन का विश्वास के साथ इस्तेमाल करें, देशभर में वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ लोगों में भ्रम को लेकर उन्होनें कहा कि किसी के बहकावे में लोगों को नहीं आना चाहिए। अपने प्रधानमंत्री और देश के वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा करना चाहिए।
सतुआ बाबा के शिविर में ठहरे मोरारी बापू ने कोविड काल में हो रहे प्रयागराज माघ मेले की तैयारियों और सहूलियतों को लेकर योगी सरकार की जमकर तारीफ की। साथ ही किसान आंदोलन पर उन्होने कहा कि बातचीत का दौर चल रहा है, उम्मीद है जल्द ही हल निकल जाएगा।
मोरारी बापू की इस प्रतिक्रिया के बाद एक बात तो साफ है कि देश मे बनाई जा रहीं हिंदू धर्म की भावनाओं को आहत करने वाली सीरीज से कहीं ने कहीं साधु-संतो में भी गुस्सा है, संत समाज ही वो वर्ग हो जो हिंदुस्तान में हिंदू सभ्यता को सुरक्षित बचाये हुए है।