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"हमारे विज्ञापन ही छीन सकते हैं कट्टरपंथी.. हमारे राष्ट्रवादी साथी, हमारे धर्मरक्षक समर्थक, देशहित के लिए हमारा हौसला और परमात्मा का आशीर्वाद नहीं.. सत्य के लिए संघर्ष जारी रहेगा'

राष्ट्र सर्वोपरि का हमारा संकल्प अटल है और हम उसको पूरा कर के रहेंगे.

Rahul Pandey
  • Sep 26 2020 6:05PM
शायद आज के समय में राष्ट्रवादी होना, राष्ट्रहित की बात करना या राष्ट्र के दुश्मनों पर सवाल खडे करना... अपने ही राष्ट्र में बहुत बडा गुनाह साबित हो रहा है...जी हाँ, शायद आपको भी लगे कि हम बिल्कुल सही कह रहे हैं. कुछ लोग हमारी बात से असहमत भी हो सकते हैं जो उनका अधिकार है. 

आज के समय की सबसे बड़ी विडंबना यही है कि सडकों को जाम करना,पार्को को घेरना, पुलिस पर पत्थर मारना, देशद्रोही नारे लगाना, आतंकियों की पैरवी करना इत्यादि जायज और महान काम एक वर्ग विशेष द्वारा बताया जाता है...इस सब के समर्थन कई बरसाती मेंढक टरटराने लगते है...पर जब आप देशहित की बात करोगे...देश को तोडने वालो पर सवाल खडे करोगे.. तो आप पर ही उलटे पाबन्दियां लगा दी जायेगी...... आपको ही गुनहगार घोषित कर दिया जायेगा... आपके खिलाफ संसद से ले कर अदालत और पुलिस थानों तक कोहराम मचा दिया जाएगा. 

यदि आप कोई मीडिया संस्थान हैं और वामपंथी के साथ कट्टरपंथी विचारधारा का विरोध कर रहे हैं तब तो आपके लिये और भी ज्यादा दुर्भाग्य की बात है... आपकी आवाज दवाने के लिये क्या कुछ नही किया जायेगा...आप सोच भी नही सकते.. आपको न सिर्फ देश के कोने कोने बल्कि विदेशो तक में विरोध झेलना पड़ेगा. ऐसे इसलिए भी है क्योंकि राष्ट्रवादी ताकतें उतनी सक्रिय नहीं है जितनी कि राष्ट्रविरोधी तत्व .. 

आज वो समय है चल रहा.. जहां TRP के लिये कुछ मीडिया संस्थान चैनल कुछ भी चला सकते हैं...और वो उस से अपने आर्थिक हित साधने में कामयाब भी हो रहें है...जिससे उनकी अच्छी खासी कमाई हो रही ..उन्है देश से कोई मतलब नही, सुबह गुड मॉर्निग से लेकर शाम को प्राइम टाईम तक एक ही मुद्दा लगातार चलाया जाता है, जिसका न तो लोगो के जीवन से कोई सम्बन्ध है न ही देश के भविष्य से और यदि कोई देश के हित की बात करे तो यही गिने चुने चैनल सबसे पहले उसके खिलाफ खडे हो जाते और प्राइम टाइम में अपना ज्ञान देने लगतें हैं.

रही बात हमारी तो, सुदर्शन न्यूज ने सदैव देशहित और धर्मरक्षा में कई मुहिम चलाई है..चाहे जंनसख्या नियत्रंण क़ानून हो या गौ हत्या पर प्रतिबन्ध, आतंकियों को फांसी के फंदे पर लटकाना हो या चीन व् पाकिस्तान के एजेंटों का पर्दाफाश हो.. सुदर्शन चैनल ने सदा ऐसे विषय उठाये हैं.. उस पर राष्ट्रवादी लोगो ने अपना समर्थन भी हमें दिया है...पर अभी हाल ही में सुदर्शन ने एक और बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है जिसके प्रोमो मात्र पर ही बवाल हो गया है. UPSC जिहाद नाम के इस शो पर तमाम लोगो समर्थन तो दिया, पर कई देश विरोधियों ने चैनल के खिलाफ मुहिम भी शुरु कर दी..

हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, एफआईआर से लेकर चैनल पर हमले तक शुरु कर दिये गये..पर चैनल ने राष्ट्रहित में कार्य जारी रखा और लगातार जकात फाऊडेशन और इस पूरे नेटवर्क को नंगा करता रहा. हमारी उपलब्धि ये है कि अपने संक्षिप्त समय में ही हमने कई लोगों को सच्चाई से अवगत करवा दिया है. फिलहाल अगर वर्तमान समय की बात की जाय तो अभी झूठ के काले बादलो ने सुदर्शन के सूर्य़ को ढक रखा है, UPSC जिहाद कार्यक्रम पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगा दी गई है. 

लेकिन बात यही खत्म नहीं होती. कुछ गिने चुने तत्वों द्वारा चैनल को दिये जाने वाले विज्ञापन को भी रोकने के लिये अभियान छेड़ा है ताकि चैनल को आर्थिक रूप से तोडा जा सके. यद्दपि हमारी मुख्य पूँजी हमारे हौसले और देश के देशभक्तों से मिला साथ और परमात्मा का आशीर्वाद है लेकिन विरोधी अपने मंसूबे अक्सर दिखा ही देते है जिसमे वो आंशिक रूप से सफल भी हो जाते है .. 

आज देश के लिये आवाज उठाने वाले चैनल पर वामपंथी व् कट्टरपंथी तत्वों द्वारा संकट डालने के लिए एकजुटता है. यद्दपि इस संकट का आभास हमें पहले से था..क्योकि हमने देश पर फुफकार रहे नागों के फन कुचलने का मन बनाया है. उन नागो को अब फडफडाना ही होगा.. अभी झूठ के काले बादलो का सीमित समय है...आज जरूरत है राष्ट्रवादी लोगों के एकजुटता की , उम्मीद है ये झूठ के बादल छटेगें और सच का सुदर्शन रूपी सूर्य जरूर निकलेगा.   

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