वो बता ही नहीं पारहे हैं कि उन्होंने उन जमातियो के साथ नमाज़ कब पढ़ी ? वो सिर्फ यही बता रहे हैं किउन्हें पता ही नहीं है कि वो कब और किस के सम्पर्क में आ गये जो कोरोना सेसंक्रमित थे.. ये घटना उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक शहर माने जाने वालेकानपूर की है जहाँ 15 सब्जी विक्रेता कोरोना से संक्रमित पाए गये हैं. इनकी दुकानोंपर सब्जी खरीदने वाले हर जाति धर्म वालों की भीड़ लगा करती थी और इन्होने कितनो कोसब्जी बेचीं व् उनसे कितनो ने ले जा कर अपने घर में बनाई अब प्रशासन इस बेहद कड़ीतलाश को करना शुरू कर दिया है. फ़िलहाल उन सभी की सांसे अटकी जैसी है जिन्होंने उनसब्जी वालों से सब्जी खरीदी थी. उनके मन में अब अपनी ही नही बल्कि अपने पूरेपरिवार की चिंता छा गई है..
सब्जी की दुकान लगाने की हिस्ट्री सुनकरस्वास्थ्य विभाग के अफसरों के हाथ-पांव फूल गए हैं। इससे बड़ा खतरा पैदा होने कीआशंका है। ऐसे में स्क्रीनिंग की रणनीति बदल दी है। पॉजिटिव केसों के कारोबार से मिलीहिस्ट्री में पता चला है कि सभी पॉजिटिव नियमित तौर पर कुली बाजार की मस्जिद इनायतमें नमाज पढ़ते थे। मस्जिद में आए जमातियों से उनका सम्पर्क कब हुआ है? इस बारे में वह नही बता पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग केअधिकारियों के मुताबिक उस क्षेत्र में कड़ाई से लाकडाउन होने की वजह से सब्जी कीदुकान बंद किए हुए थे, मगर इनकाताल्लुक सब्जी कारोबार से रहा है सभी एक ही कारोबार कर रहे थे इसलिए एक-दूसरे केयह संपर्क में थे.
पॉजिटिवकेसों की नए सिरे से स्क्रीनिंग शुरू की गई है। मसलन अब जमातियों के पहले सम्पर्कमें आए लोगों और उनके निकट सम्बंधी पहले कैटेगरी में होंगे। और इनके सम्पर्क मेंआया पहले व्यक्ति से दूसरे होने वाले संक्रमित दूसरी कैटेगरी में होंगे। सीएमओ केमुताबिक संक्रमण के सोर्स और नेटवर्क का पता लगाना जरूरी है।कानपुर में कोरोना वायरस से एक और संक्रमित कीमौत हो गई है। मौत के बाद उसके पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई तो हड़कंप मच गया। 52 वर्षीयव्यक्ति रावतपुर के रोशन नगर मोहल्ले का रहने वाला था। तय प्रोटोकॉल के तहतबकरमंड़ी कब्रिस्तान में दफनाया गया। जनाजे में परिवार के 20 लोग और पुलिसके दो सिपाही शामिल रहे।