जिस प्रकार से प्रदूषण को ले कर आये दिन सरकारों के बीच टकराव के साथ युद्ध स्तर पर प्रयास किये जाते हैं उसके बाद कहीं न कहीं कोई न कोई कमी रह ही जाया करती थी जिस पर राजनीति हुआ करती थी. इसी के चलते तमाम प्रशासनिक अधिकारी इसका स्थाई समाधान तलाशने में लगे हुए हैं. उन तमाम अधिकारियों में से एक हैं जिलाधिकारी पीलीभीत IAS पुलकित खरे.
अपने कड़े तेवरों और न्यायप्रिय छवि के लिए विख्यात DM पीलीभीत पुलकित खरे ने पराली की समस्या के स्थाई समाधान के लिए न सिर्फ स्वयं से प्रयास किये बल्कि उन्होंने इस मामले में व्यापक जनसहयोग भी लिया. इसी जनसहयोग से उन्होंने स्थानीय किसानो को भी अपने साथ जोड़ा और उसका सुखद और सार्थक परिणाम देखने को मिल रहा है.
ज्ञात हो कि योगी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक बेसहारा गौ वंश के आश्रय गृह में संरक्षित गौवंशो के लिए पराली उपलब्ध कराने मे सराहनीय योगदान हेतु गौमित्र कृषकों और प्रधानों को सम्मानित किया गया है. यह एक ऐसा प्रोत्साहन है जो आने वाले समय में प्रदूषण मुक्त पीलीभीत बनाने में सहयोगी साबित होगा.
इस आशय की जानकारी स्वयं जिलाधिकारी पीलीभीत के आधिकारिक हैंडल से दी गई है जिसमे लिखा गया है कि – “आज सप्ताह भर में सर्वाधिक पराली गौशाला पहुंचाने वालो को किया सम्मानित।लोगो को करे जागरूक,पराली जलाना दंडनीय अपराध है।“ .. फ़िलहाल माना ये जा रहा है कि जल्द ही बाकी जनपदों में IAS पुलकित खरे के इस सराहनीय प्रयासों से सीख कर ऐसे ही कदम उठाये जायेंगे.