उत्तराखंड वॉलीबॉल संघ ने खेल नीति 2020 को लेकर बीते दिन देहरादून मे आयोजित बैठक मे खिलाडियो की उपेक्षा का आरोप लगाया है l
गोपेश्वर मे आयोजित वालीवाल संघ की एक बैठक मे कहां गया कि राज्य की नई खेल नीति निर्माण में राज्य के खिलाड़ियों, कोचो एवं खेल संघों की उपेक्षा की गई । इस महत्वपूर्ण बैठक में ना तो किसी खिलाड़ी को बुलाया गया था ना ही किसी संघ के पदाधिकारी को इस महत्वपूर्ण बैठक में बुलाया गया था।
उत्तराखंड वॉलीबॉल संघ के सेक्रेटरी हेम पुजारी ने कहा कि राज्य में 6 ओलंपियन एवम् लगभग 200 से अधिक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड तथा अन्य खेल पुरस्कारों से सम्मानित किए गए है किंतु किसी को भी इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है ना ही उनसे कोई सुझाव मांगने का प्रयास किया गया है। किसी भी खेल नीति का इनके बिना बन पाना संभव नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि खेल नीति 2020 का प्रेजेंटेशन एक ऐसे व्यक्ति के द्वारा किया गया जिसका कि खेल से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। बैठक मे भी एसे लोगो को बुलाया गया जिनका खेल से कोई वास्ता नही है l खेल विभाग में मनमाने तरीकों से काम हो रहे हैं । ऐसे में सरकार की ओर से खेलों के बेहतर भविष्य के लिए बनाए जा रही योजनाएं केवल खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गई है। जो खिलाड़ियों के हित में नहीं है।